दुमका 15 MARCH झारखंड के दुमका जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के एक गांव में मानवता को शर्मसार करने का मामला सामने आया है। 12 मार्च की शाम अवैध सम्बन्ध के शक में ग्रामीणों ने गांव के एक अधेड़ और एक महिला की पेड़ में बांध कर पिटाई की। इतना से भी जब मन नहीं भरा तो दोनों को निर्वस्त्र कर गांव के तीन टोलों में लाइट के साथ घुमाया। सुबह किसी ने पुलिस को मामले की सूचना दी। । दोनों को ग्रामीणों के चंगुल से मुक्त करने के बाद इलाज के लिए भर्ती कराया।
दोनों को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पूरी रात पीटा गया। पुलिस ने मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
बर्बरता का शिकार हुई महिला आदिवासी समाज की है। इस वारदात को अंजाम देने में गांव के 2 दर्जन से अधिक लोग शामिल थे। महिला (30) और पुरुष (36) दोनों शादीशुदा हैं। दोनों के परिवार के बीच बेहतर रिश्ते हैं। इस लिए यह लोग एक दूसरे से मुलाकात होने पर अक्सर बातचीत करते थे। यह बात कुछ लोगों को खटक रही थी। गांव के कुछ लोगों ने एक गुप्त पंचायत कर दोनों को सजा देने का फैसला किया। इस सजा के अमल की जिम्मेदारी गांव के ही कुछ लोगों को दी गई।
रविवार को दोनों बात कर रहे थे। इसी दौरान भीड़ ने इन्हें घेर लिया। फिर दोनों के पकड़े निकाल दिए। निर्वस्त्र करने के बाद इन्हें रस्सी में बांधकर पूरे गांव में घुमाया गया। इतने से भी जब इन लोगों का मन नहीं भरा तो पेड़ में दोनों को बांधकर पीटा गया। इसमें दोनों को गंभीर चोट आई है। सुबह पुलिस को सूचना मिली तो दोनों को बचाकर अस्पताल ले आई।
पीड़िता बोली-शौच गई थी, बांधकर लोगों ने पीटा
पीड़िता ने बताया है कि रात में वह शौच कर लौट रही थी। इसी दौरान गांव के कुछ लोगों ने पकड़ कर पेड़ से बांध दिया, जहां ग्रामीणों ने पहले से सुनील नाम के व्यक्ति को महिला का कथित प्रेमी बताते हुए पेड़ से बांध रखा था। इसके बाद दोनों को पीटा गया। घटना को अंजाम देने के बाद ग्रामीणों ने मामले को दबाने की कोशिश की। महिला और उसके प्रेमी पर पुलिस के सामने बयान नहीं देने का दबाव बनाया गया। बयान देने पर जान से मारने की धमकी दी गई, लेकिन मामला उजागर हो गया।
सभी आरोपी गिरफ्तार: एसपी
इस संबंध में एसपी अम्बर लकड़ा ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आज सभी गिरफ्तार आरोपी को मेडिकल जांच के बाद कोर्ट में प्रस्तुत कर जेल भेज दिया जाएगा। उधर कानून ने भी अपना काम शुरू कर दिया है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव के नेतृत्व में एक टीम ने फूलो झानो मेडिकल कॉलेज पहुंचकर पीड़ित और पीड़िता से मिलकर घटना की जानकारी ली। सरकारी वकील के साथ मुआवजा की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। तत्काल राशन उपलब्ध कराया गया।