दुमका , दुमका में पेट्रोल डाल कर एक नाबालिग युवती को जिंदा जला कर मार देने के एक सप्ताह के भीतर एक और आदिवासी नाबालिग लड़की की हत्या के बाद उपराजधानी में उबाल आ गया है। सोमवार को सभी आदिवासी संगठन द्वारा बंद का आह्वान किया गया।जिसे स्थानीय लोगों का समर्थन भी मिला जिसके कारण उपराजधानी पूरी तरह से ठप हो गया। जगह जगह पर छात्र बांस बल्ला लगा कर आवागमन को पूरी तरह से रोक दिया गया। आवश्यक सेवा को छोड़ कर किसी भी वाहन को आने जाने की इजाजत नहीं दी गई। पूरे दुमका शहर में एक भी दुकान नहीं खुला । आदिवासी छात्र पीड़िता के परिजनों को एक करोड़ रुपए, एक सरकारी नौकरी और हत्यारे को एक सप्ताह के अंदर फांसी देने की मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि पेट्रोल कांड में शाहरुख हुसैन और नईम अंसारी को गिरफतार कर जेल भेज दिया गया है वहीं आदिवासी युवती की हत्या के आरोप में अरमान अंसारी को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। आदिवासी छात्र नेता श्यामदेव हेम्ब्रम ने रोष जताते हुए कहा कि आज का दिन गुरूजनों को सम्मान करने का था पर उन्हें मजबूरन सड़क पर बैठना पड़ा। शहर में मासूम बच्चियों को निशाना बनाया जा रहा है और राज्य सरकार चुप्पी साध ली है। उन्होंने कहा कि अगर पीड़िता को अविलंब न्याय नहीं मिला तो पूरे झारखंड में आर्थिक नाकेबंदी कर काम काज को ठप कर दिया जाएगा। बंद के दौरान समर्थक हाथ में लाठी डंडा के साथ दुकानों को बंद कराते नजर आए। पूरे शहर में कोई भी गाड़ी नहीं चली और न ही दुकानों को खोला गया इस तरह से देखें तो बंद पूरी तरह से सफल हुआ। वहीं बंद के दौरान उपद्रव नहीं हो इसके लिए पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय विजय कुमार सजग रहे। जगह जगह पुलिस बल को तैनात कर स्थिति पर नजर रखी गई।