दुमका , उपायुक्त के निदेशानुसार प्रखण्ड परिसर स्थित एमडीएम गोदाम में पड़े अवशेष खाद्यान्न / पोषाहार का जॉच प्रखण्ड विकास पदाधिकारी राजेश कुमार सिन्हा द्वारा कराया गया। विदित हो कि इसी वर्ष अप्रैल 2023 से विद्यालयों में मध्याहन भोजन योजना के तहत खाधान्न/ पोषाहार की आपूर्ति जिला शिक्षा कार्यालय, दुमका से चयनित एजेंसी के द्वारा किया जा रहा है पूर्व में एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी सह प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी द्वारा किया जा रहा था। यह सूचना प्राप्त हुआ था कि प्रखण्ड परिसर स्थित एम०डी०एम० गोदाम में काफी मात्रा में खाद्यान्न / पोषाहार पड़ा हुआ है, जिसके लिए एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी कैलाशपति पातर को इसका उठाव कर संबंधित एजेंसी के माध्यम से विद्यालयों में आपूर्ति कराने का निदेश प्रखण्ड स्तरीय स्टेयरिंग कमिटी की बैठक में दिया गया था । परन्तु एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी श्री पातर के द्वारा न तो इसका वितरण कराया गया और न ही यह सूचना दिया गया कि एम०डी०एम० गोदाम में कुल कितनी मात्रा में खाद्यान्न / पोषाहार अवशेष के है रूप में पड़ा हुआ है ।
इसके लिए एक प्रखण्ड स्तरीय गठित टीम गठित कर एम०डी०एम० गोदाम का भौतिक सत्यापन एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी सह प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, कैलाशपति पातर की उपस्थिति में किया गया। भौतिक सत्यापन में कुल 1057 बोरा ( प्रति बोरा लगभग 50 कि०ग्रा० ) अर्थात 528.5 क्विंटल खाद्यान्न / पोषाहार पाया गया। एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी सह प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी, श्री पातर द्वारा उपलब्ध कराये गए वितरण पंजी से श्री पातर के कार्यकाल मे वितरण हुए खाद्यान्न / पोषाहार का मिलान किया गया। कुल 101.50 क्विंटल खाद्यान्न / पोषाहार की मात्रा एम०डी०एम० गोदाम मे कम पाया गया। प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के कार्यालय के वितरण पंजी का भी जाँच करने पर वितरण पंजी में छेड़छाड़ और ओवरराइटिंग पाया गया। इसके लिए प्रखण्ड शिक्षा प्रसार पदाधकारी सह एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी कैलाशपति पातर को दो बार स्पष्टीकरण करा तथ्यों को स्पष्ट करने का अवसर दिया गया। परन्तु श्री पातर के द्वारा इस संबंध में कोई भी तथ्य प्रस्तुत नहीं किया गया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि एम०डी०एम० गोदाम प्रभारी द्वारा जानबुझकर और सोचसमझकर वितरण पंजी में छेड़छाड़ और ओवरराइटिंग कर वितरण कार्य में भारी अनियमितता करते हुए कुल 101.50 क्विंटल खाद्यान्न / पोषाहार का गबन किया गया है। इसके लिए स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है तथा इनके विरूद्ध विभागीय कारवाई के लिए जिला शिक्षा अधीक्षक दुमका से अनुरोध किया जा रहा है।