: पांच दिनों पहले पुलिस उपाधीक्षकों का सामूहिक तबादला हुआ,लेकिन मूवमेंट ऑर्डर नहीं निकाला जा सका।वजह थी कि कुछ के आकाओं यथा मंत्री विधायक,सांसद और रसूखदार अधिकारियों द्वारा की गयी पैरवी की अनदेखी की गई थी। कई जगह बीडिंग हाई हो गई। इस बीच आदेश में संशोधन और विलोपन का खेल हुआ। कई पटका गए तो कई ने दूसरे को पटकनी भी दी। अंततः कल देर रात आदेश जारी हो गया। झारखंड के टॉप पुलिस अनुमंडलों में शुमार बाघमारा,रामगढ़, खेलारी, चांडिल सहित धनबाद मुख्यालय के डीएसपी 1 और डीएसपी विधि – व्यवस्था के पदों पर रोकथाम और फेर बदल हुए।शंकर कामती के तबादले से बुद्धिजीवियों में गम और विषाद का माहौल था। वहीं अल्प समय में चौका छक्का मार रहे खुराफात डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर दीपक की फड़फड़ाती लौ के नहीं बुझने से लोग आश्चर्य में थे। कल के तबादले में दीपक की बाती बुझ गई।जिले में कोयले के काले खेल का मास्टरमाइंड वही था।कोयलांचल में पुलिस की छी छी हो रही थी।बाघमारा में भी तबादले के ऊपर तबादला हुआ। पहले नवीन सिंह और अब पुरुषोत्तम सिंह। अभी पता चलना बाकी है कि ये छोटे सिंह वाले हैं कि बड़ा सिंह वाले।