नई दिल्ली: कोरोना वैक्सीन की तैयारियो को लेकर भारत सरकार पूरी तरह से लगी हुई है। पिछले दिनों वैक्सीन के लिए कई राज्यों में ड्राई रान का सफल आयोजन किया गया। वहीं, अब देश की राजधानी दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन किए जाने को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने समीक्षा बैठक की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने शुक्रवार को मॉक की तैयारियों के लिए दिल्ली सरकार के अधिकारियों के साथ बैठक की। वैक्सीन की यह मॉक ड्रिल जो 2 जनवरी यानी शनिवार के लिए निर्धारित की गई है। इसमें झारखंड के छह जिले शामिल किये गये हैं जिसमें पूर्वी सिंहभूम जिला भी शामिलहैं।
यूपी के छह सेंटर पर किया जाएगा ड्राई रन
यूपी की राजधानी लखनऊ में छह सेंटर पर ड्राई रन होगा। यूपी के अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने शुक्रवार को कहा कि हम कल लखनऊ में छह सेंटरों पर कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन करेंगे। सहारा अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी और एसजीपीजीआई सहित छह केंद्रों पर ड्राई रन होगा।
पझारखंड के पांच जिलों में किया जाएगा ड्राई रन
झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने बताया है कि राज्य के पांच जिलों रांची, पूर्वी सिंहभूम, चतरा, पलामू और पाकुड़ में कल यानी शनिवार, 2 जनवरी को कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा। इसके लिए सभी तैयारी कर ली गई है। इस अभियान के लिए 7000 लोगों को ट्रेनिंग दी गई है।
वहीं, आज स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने वीडियो-कॉन्फ्रेंस के जरिए दिल्ली सरकार के अधिकारियों से बात की। उन्होंने कहा कि टीकाकरण अभियान की प्रक्रिया चुनावी तैयारियों के समान है।
चुनावी प्रक्रिया के सामान है यह ड्राई रन
डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि टीकाकरण अभियान की प्रक्रिया चुनाव के समान है। किसी भी चुनाव में, हम बूथ पर लोगों को उसी तरह प्रशिक्षित करते हैं। हमें अधिक जनशक्ति की आवश्यकता होती है, इसलिए हमें यहां उन लोगों को प्रशिक्षित करना होगा जो प्रस्तावित लाभार्थियों की देखरेख कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर 2,000 से अधिक मास्टर ट्रेनरों को प्रशिक्षित किया गया है। 700 से अधिक जिलों में राज्य और जिला स्तर पर प्रशिक्षण चल रहा है।
कोल्ड स्टोरेज, तापमान इंजेक्शन की व्यस्था की होगी निगरानी
टीकाकरण अभियान के लक्ष्य के बारे में डॉ हर्षवर्धन ने कहा कि इस मॉक ड्रिल में हर विवरण को शामिल किया जाएगा। इस अभ्यास का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि मिनट के विवरणों पर पूरी तरह से शोध किया जाए। कोल्ड स्टोरेज, तापमान, बिजली और इंजेक्शन की व्यवस्था, स्टाफ और चुनौतियां, जो ड्रिल के दौरान सामने आएंगी इन सभी चीजों का अध्ययन मॉक ड्रिल में किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, फ्रंटलाइन कर्मचारी जो इस अभियान के तहत काम कर रहे हैं, उन्हें सूचीबद्ध किया गया है और सूची ष्टह्रङ्कढ्ढष्ठ-19 प्लेटफॉर्म पर भी अपलोड की जाएगी।
उन्होंने कहा कि कोरोनो वायरस वैक्सीन के ड्राई रन को दरियागंज, जीटीबी अस्पताल और दिल्ली के एक निजी अस्पताल में आयोजित किया जाएगा। अंत उन्होंने कहा कि सभी के लिए 2021 का साल 2020 से बेहतर होगा।