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इंटरनेशनल ड्रग रैकेट का पर्दाफाश कर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने2 अफगानिस्तान के नागरिकों को गिरफ्तार किया. ये सिंडिकेट नार्को टेररिज्म से जुड़ा जो कि ड्रग्स बेचकर उसके पैसे का इस्तेमाल कर हिंदुस्तान के खिलाफ आतंकी गतिविधियों में कर सकता था.
पुलिस के स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि दोनों अफगानियों की निशानदेही पर 312.5 किलो मैथाफेटामाईन और 10 किलो फाइन क्वालिटी की हेरोइन जब्त की. इन ड्रग्स की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में करीब 1200 करोड़ रुपये है.
पुलिस ने क्या कहा?
स्पेशल सीपी एचजीएस धालीवाल ने बताया कि दोनों अफगानी नागरिक भारत में शरणार्थी के तौर पर रहे रहे और यह अपनी वीजा दो बार बढ़वा चुके थे. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल इन पर निगरानी रख रही थी. इसी बीच पुलिस ने एक सूचना के आधार पर कालिंदी कुज के पास कार को इंटरसेप्ट कर अफगानी नागरिक मुस्तफा और रहीम उल्लाह को गिरफ्तार किया,. रहीम और मुस्तफा से पुलिस ने पूछताछ कर यूपी के नोएडा और लखनऊ से मैथाफेटामाईन और हेरोइन की बाकी खेप बरामद की.
मैथाफेटामाईन कहां से लाया जा रहा था?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक मैथाफेटामाईन अफगानिस्तान से समुंद्र के रास्ते ईरान और फिर असब सागर से होते हुए बांग्लादेश के रास्ते चेन्नई के पोर्ट लाया जाता था. मैथाफेटामाईन नाम के ड्ग्स का नया बेस अफगानिस्तान बन चुका. ये ड्रग्स पहले चेन्नई से लखनऊ फिर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली लाने के बाद इसे हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में सप्लाई किया जाना था.