– इलाज में पैसा बन रही थी बाधा, गंगा मेमोरियल अस्पताल में हुई निश्शुल्क सर्जरी
जमशेदपुर 17 मार्च संवाददाता : गंगा मेमोरियल हास्पिटल के सर्जन डा. नागेंद्र सिंह ने एक बार फिर मानवता का मिसाल पेश किया है। जोजोबेड़ा निवासी गुडिय़ा कुमारी (26) के दोनों ओवरी में करीब डेढ़ किलो का ट्यूमर था। इस कारण से उसे अक्सर तेज दर्द होता था। इसके बाद वे कई निजी अस्पतालों में गई तो सर्जरी के लिए एक से डेढ़ लाख रुपये खर्च बताया गया, जिसके कारण गुडिय़ा इलाज कराने में असमर्थ थी। इसी बीच उसे गंगा मेमोरियल हास्पिटल में निशुल्क सर्जरी होने की सूचना मिली तो वह पहुंची। गुडिय़ा ने बताया कि वह घर-घर में दाई का काम करती है। उसके ओवरी में ट्यूमर है लेकिन उसके पास पैसा नहीं है कि वह इलाज करा पाएं। गुडिय़ा की परेशानी को देखते हुए डा. नागेंद्र सिंह ने उसे भर्ती कर लिया। इसके बाद जांच व सर्जरी हुई तो पता चला कि उसके दोनों ओवरी में करीब डेढ़ किलो का ट्यूमर के साथ-साथ ओवरी का टीबी भी हो गया है। इस कारण से गुडय़िा को पेट दर्द के साथ-साथ मासिक परेशानी होती थी।
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आंत व पेशाब नली से सट गया था ट्यूमर
डा. नागेंद्र सिंह ने बताया कि ओवरी का ट्यूमर बढक़र आंत व पेशाब की नली से सट गया था। इससे महिला न तो सही ढंग से खा पाती थी और न ही पेशाब कर पाती थी। इस तरह के मरीज का आपरेशन काफी जटिल होता है। महिला शारीरिक रूप से भी काफी कमजोर थी। इस कारण से उसे पहले भर्ती कर चार यूनिट खून चढ़ाया
गया। इसके बाद उसका शरीर आपरेशन के लिए तैयार हुआ। अब महिला स्वस्थ हो चुकी है। हालांकि, टीबी की दवा उसे अगले छह माह तक खानी होगी। डा. नागेंद्र सिंह अपनी मां की याद में अबतक 15 हजार मरीजों का निश्शुल्क सर्जरी कर चुके हैं।