सरायकेला खरसावां जिला अंतर्गत कपाली ओपी क्षेत्र के डोबो काजू बागान में आयोजित पांच दिवसीय त्रिकालदर्शी शिव महापुराण कथा संपन्न हुआ। यहां देश के प्रसिद्ध कथावाचक (मध्यप्रदेश वाले) पंडित प्रदीप मिश्रा ने कथा सुनाई। पर, यहां आस्था और धर्म के नाम पर जमकर वसूली हुई। एक तरफ जहां आयोजकों ने प्रशासनिक नियमों की धज्जियां उड़ाई। वहीं, दूसरी ओर श्रद्धालुओं से जमकर वसूली की गई। यहां कथा सुनने वालों से न्यूनतम पांच हजार एक रुपए से लेकर अधिकतम एक लाख रुपये वीवीआई स्थान के नाम पर लिए गए।
शुक्रवार को कथा का समापन दिन रहा। इस दौरान कई मीडिया कर्मियों समेत स्थानीय गण्य मान्य लोगों के साथ आयोजक मंडली के सदस्यों के दुर्व्यवहार किया। यहां तक की डोबो गांव के स्थानीय लोग भी आयोजकों के दुर्व्यवहार के शिकार हुए हैं।
इधर, आयोजकों को वनभूमि में कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति मिली थी। इसके लिए वन विभाग ने शर्त रखी थी लेकिन आयोजकों ने वन विभाग के शर्तों की धज्जियां उड़ा दी है। वनभूमि पर पहले से ही डीप बोरिंग करवाने की चर्चा थी। अब वनभूमि पर ट्रांसफार्मर लगवाकर बिजली के तार खिंचकर कार्यक्रम स्थल पर उपयोग करने का मामला सामने आया है। कार्यक्रम स्थल पर आयोजकों ने वनभूमि की जमीन पर ट्रांसफार्मर समेत कुल सात पोल गाड़े गए हैं। इसके लिए 11 हजार वोल्टेज के तार भी कनेक्श8करवाए गए हैं, जिससे ट्रांसफार्मर होकर कार्यक्रम स्थल पर बिजली आपूर्ति की गई। यहां आश्चर्यजनक बात है कि विद्युत विभाग ने किन शर्तों पर आयोजकों को ट्रांसफार्मर लगवाने तथा बिजली उपयोग करने की अनुमति दी है?