धनबाद ।। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल परिसर में केंद्र सरकार के सहयोग से लगभग 187 करोड़ की लागत से 25 एकड़ जमीन पर बने सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के उपकरणों को एम्स कल्याणी और जबलपुर भेजे जाने की योजना के खिलाफ धनबाद विधायक राज सिन्हा एवं झारखंड पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष एवं कांग्रेस नेता अशोक कुमार सिंह ने मंगलवार को विधानसभा परिसर में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता से मुलाकात की। मंत्री ने आश्वासन दिया कि उपकरण स्थानांतरित नहीं किए जाएंगे। इस संबंध में उन्होंने निर्देश जारी कर दिया है । विधायक ने मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री को दिए गए पत्र में लिखा है कि 187 करोड़ की लागत से 25 एकड़ जमीन पर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनकर तैयार है । 2015 में केंद्र व राज्य सरकार में हुए एमओयू के तहत 80 करोड़ भवन निर्माण में और ₹87 करोड़ मशीन एवं विभिन्न उपकरण खरीदने पर खर्च किए गए हैं। केंद्र सरकार 85% और राज्य सरकार 15% राशि खर्च करेगी । उन्होंने लिखा है कि धनबाद में एकमात्र बड़ा सरकारी बड़ा शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल है, जहां कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज की व्यवस्था नहीं है । स्पेशलिस्ट चिकित्सकों एवं प्रशिक्षित कर्मचारियों की बहाली नहीं होने के कारण यह अस्पताल बंद पड़ा हुआ है। ऐसी स्थिति में उपकरण लगानेवाली एजेंसी हाइट्स ने मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को जानकारी दी है कि सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल के खुलने के आसार नहीं होने के कारण सभी उपकरण एम्स कल्याणी एवं एम्स जबलपुर भेजी जाएगी । ऐसी स्थिति में झारखंड के लोगों को खासकर मजदूर किसान एवं गरीबों को गंभीर बीमारियों के इलाज में बहुत परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इससे झारखंड की प्रतिष्ठा पर भी आच आएगी। विधायक श्री सिन्हा एवं श्री सिंह ने मुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री से व्यक्तिगत हस्तक्षेप करते हुए इस सुपर स्पेशलियटी अस्पताल को बचाने का प्रयास करने का आग्रह किया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि उपकरण हस्तांतरित होने नहीं दिया जाएगा