धनबाद में लगातार बेकाबू हुई गुंडागर्दी पर आज व्यापार -कारोबार जगत रविवार को अवकाश के बावजूद सड़क पर उतरा और राज्य सरकार तथा पुलिस प्रशासन हाय हाय के नारे लगाया. विधायक राज सिंहा ने वरीय आरक्षी अधीक्षक पर सीधे अविश्वास जताते हुए कहा अब अगर सरकार इनको बदल कर दूसरे अधिकारी को नहीं भेजती तब वे अनिश्चित कालीन धरना पर बैठेंगे और तब तक नहीं उठेगे जब तक डी जी पी आकर भरोसा नहीं देते. कल रात रंगदा री और गुंडागर्दी गैंग ने पुनः एक शो रूम मालिक को दुकान में घुसकर गोली मार दी जो फिलहाल इलाज रत है. पिछले कुछ वर्ष से धनबाद में कोई दिन ऐसा नहीं बिता जब इस गैंग ने दहशत गर्दी न की हो. इनका निशाना चिकित्सक भी हुए. जिला पुलिस इनपर अंकुश नहीं लगा पाई.
वरीय आरक्षी अधीक्षक अब निशाने पर आ गए है. तीन वर्ष से अधिक समय की जिला पदस्थापना अवधि पार करने के बाद भी सरकार ने उनको यहां बनाये रखा है. उनके समकक्ष अधिकारी डी आई जी रैंक में प्रमोट हुए लेकिन इनका प्रमोशन रोक कर जिला में ही पदस्थापित रखा गया है.
धनबाद में अपराधियों के बुलंद हो चुके हौसले के कारण लगातार मिल रहे धमकी व गोली कांडों से यहाँ के व्यावसायिक वर्ग में दहशत के साथ साथ पुलिस प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी व्याप्त हो चुका है। यहाँ लगातार अपराधियों की धमकी और गोली का व्यवसायियों को शिकार बनना पड़ रहा है। इससे नाराज धनबाद के कारोबारियों ने रविवार को अपने प्रतिष्ठानों को न सिर्फ दो घंटे के लिए बंद रखा, बल्कि जिला मुख्यालय पर धरना देते हुए पुलिस को अल्टीमेटम भी दिया।
ज्ञात हो कि 28 अक्तूबर की रात बैंक मोड़ मटकुरिया स्थित कार सेंटर के मालिक दीपक अग्रवाल (42) को दो अज्ञात अपराधियों ने गोली मार दी थी। जिसके बाद उन्हें गंभीर स्थिति में जालान अस्पताल में भर्ती कराया गया। वह अभी अस्पताल में इलाजरत है। इस गोली कांड के बाद आज रविवार को जिला चेम्बर के लोगों ने धरना प्रदर्शन करते हुए पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था को निशाने पर लिया।
व्यापारियों ने इस दौरान जिला पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की। व्यापारियों के आक्रोश को देखते हुए धरना में शामिल धनबाद विधायक राज सिन्हा ने भी हेमंत सरकार पर जोरदार हमला बोला।
धरना में शामिल व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए जिला से अपराध को खत्म करने की मांग किया। साथ ही भविष्य में अगर ऐसी वारदात हुई तो उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी