झारखंड के धनबाद के निरसा में दिल दहलाने वाली घटना सामने आया है. मामला गुरुवार सुबह की है. चिरकुंडा थाना क्षेत्र अंतर्गत डूंमरीजोड़ में अवैध उत्खनन के कारण लगभग 50 मीटर भू धंसान हो गया. ग्रामीणों की माने तो इस भू धंसान में कई लोग अंदर दब गये हैं. परंतु प्रशासन के द्वारा राहत और बचाव का कार्य शुरू नहीं किया गया है. इससे ग्रामीणों में काफी रोष है. ग्रामीण इस तरह की घटना को लेकर पुलिस, जनप्रतिनिधियों को दोषी बता रहे हैं.
चिरकुंडा थाना क्षेत्र के डुमरीजोड़ में BCCL की बंद माइंस में अवैध खनन के कारण खदान धंस गई। उसके ऊपर की लगभग 60 फीट कच्ची सड़क भी धंस गई। 50 से ज्यादा लोगों के यहां फंसे होने की आशंका है। सभी लोग पश्चिम बंगाल के पुरुलिया के रहने वाले हैं।
धनबाद के dc संदीप सिंह ने बताया कि अब तक किसी तरह के जानमाल की क्षति की सूचना नहीं है। खदानों की तरफ जाने वाली कच्ची सड़क धंसी है। प्रशासन और BCCL की टीम मौके पर पहुंच गई है। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात है। लोकल रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंचकर निरीक्षण कर रही है। अभी रेस्क्यू शुरू नहीं हुआ है। राहत और बचाव कार्य के लिए NDRF की टीम को बुलाया गया है।
6 साल से बंद है खदान
सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे अचानक 60 फीट सड़क धंस गई। लोगों का कहना है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, माइन में करीब 125 से अधिक लोग मौजूद थे। इसमें से कई लोगों ने भाग कर अपनी जान बचाई। लोगों के मुताबिक, एक दिन में करीब 2 ट्रक अवैध कोयले का खनन किया जाता है। यह माइंस पिछले छह साल से बंद है।
मौके पर बड़ी संख्या में लोग और पुलिस मौजूद हैं।
मौके पर बड़ी संख्या में लोग और पुलिस मौजूद हैं।
जांच में जुटी पुलिस
घटना की खबर पाकर चिरकुंडा पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी जितेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया, ‘हर एंगल से मामले की जांच कर रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कहीं पहले हुए अवैध खनन के चलते तो यह घटना नहीं घटी है।’ पिछले वर्ष भी इसी तरह सड़क के धंसने की खबर आई थी।
खुफिया विभाग ने दी थी अवैध खनन की सूचना
बताया जाता है कि यहां आधा दर्जन लोग अवैध खनन कर कोयला निकालते थे। खुफिया विभाग ने भी इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी थी, लेकिन अब तक किसी पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इससे उनका मनोबल काफी बढ़ गया और धड़ल्ले से अवैध खनन जारी रहा। इसके कारण यह घटना घटी।
बता दें, डुमरीजोड़ के नीचे पुरानी चांच कोलियरी माइंस से कोयला खनन किया गया है। इस वजह से ऊपरी सतह पर भी कुछ कोयला है। यही कारण है कि लोग आसानी से लगातार अवैध तरीके से कोयला खनन कर रहे हैं।