ब्यूटी गांगुलीU
भारत देश के निवासी अध्यात्म व आस्था से ओतप्रोत है। यहां बारह महीने विभिन्न क्षेत्रों में अनेक विश्व प्रसिद्ध धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन होता है। परंतु महाकुंभ मेला पूरे विश्व में हिंदू धर्म के सबसे प्रसिद्ध व आस्था के संगम के रूप में जाना जाता है। इस साल महाकुंभ का आयोजन तपोभूमि – देवभूमि उत्तराखंड के धर्मनगरी हरिद्वार में आयोजित होगी। धर्मनगरी इस साल के महाकुंभ आयोजन के लिए तैयार है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के दिशा निर्देश से तैयारी कार्य पूरी हो गया है। इसके लिए हरिद्वार को स्वर्गीय रूप देने का प्रयास किया गया। गंगा नदी के किनारे सी-बीच, बालू बगीचे, सुर्य दर्शन, सुर्य नमस्कार स्थल, सूर्योदय व सूर्यास्त दर्शन, हरियाली पथ आदि को दिव्यलोक की रूप देने का प्रयास किया गया। हरिद्वार-मुजफ्फरनगर चार मार्गी राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण से भक्तों को सड़क जाम का सामना नहीं करना पड़ेगा। 220 करोड़ रुपये की लागत से 2.7 किलोमीटर हरिपुरकर्ला फ्लायओवर सड़क निर्माण की गई है। स्नान घाटों का आध्यात्मिक रूप दिया गया। विश्व प्रसिद्ध धर्मनगरी हरिद्वार के हृदयस्थल हरकी पौड़ी को नैसर्गिक सौंदर्य देने का काम किया गया। नमामि गंगे परियोजना के तहत चंडी घाट का भव्य रूप से निर्माण की गई। महाकुंभ में श्रद्धालुओं के सुचारू रूप से आवागमन के लिए 63 करोड़ 68 लाख रुपये की लागत से आठ स्थायी पुल का निर्माण किया गया।
शाही स्नान :
महाशिवरात्रि के पवित्र तिथि 11 मार्च 2021 गुरुवार,
सोमवती अमावस्या 12 अप्रैल 2021, सोमवार,
मेष संक्रांति एवं वैशाखी 14 अप्रैल 2021, बुधवार व
चैत्र मास की पूर्णिमा 27 अप्रैल 2021 मंगलवार को होगी।
प्रमुख स्नान के तिथि :
11 फरवरी, गुरुवार, मौनी अमावस्या
16 फरवरी, मंगलवार, बसंत पंचमी
27 फरवरी, शनिवार, माघ पूर्णिमा
13 अप्रैल, मंगलवार, चैत्र शुक्ल प्रतिपदा
21 अप्रैल, बुधवार रामनवमी