अब लोगों को डेंगू, चिकनगुनिया व जापानी इंसेफ्लाइटिस का खतरा जिला सर्विलास पदाधिकारी ने सभी सरकारी व निजी अस्पताल प्रबंधन को दिया मौसमी बीमारी से निपटने को तैयारी करने का निर्देश

जमशेदपुर, 30 मई (रिपोर्टर): जिले में कोरोना महामारी का अभी खतरा बना ही है कि इस बीच मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ गया है. लोगों को डेंगू, चिकनगुनिया, जापानी इंसेफ्लाइटिस बीमारी का खतरा बढ़ता जा रहा है. जिसे देखते हुए जिला सर्विलांस पदाधिकारी डा. साहिर पॉल ने एमजीएम अस्पताल के अधीक्षक, सदर अस्पताल के उपाधीक्षक, सभी चिकित्सा प्रभारी, टीएमएच, टाटा मोटर्स अस्पताल, टिनप्लेट अस्पताल, ब्रह्मानंद नारायणा मल्टी स्पेशियलिटी हॉस्पिटल प्रबंधन को पत्र लिख कर डेंगू, चिकनगुनिया व अन्य वेक्टर जनित बीमारियों को लेकर अस्पताल में तैयारी करने का निर्देश दिया है.
जिला सर्विलांस पदाधिकारी डा. साहिर पॉल ने एमजीएम, सदर अस्पताल, टीएमएच समेत अन्य अस्पताल को पत्र लिख कर कहा है कि तापमान में बढ़ोतरी व वर्षा के कारण वेक्टर जनित मौसमी बीमारी का प्रकोप बढ़ जाता है. ऐसे में आगामी मॉनसून को मद्देनजर रखते हुए संदिग्ध मामलों की जानकारी उपलब्ध कराएं जिससे समय रहते आवश्यक चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करायी जा सके. उन्होंने कोरोना की रोकथाम के लिए लगायी गई टीम को निर्देश दिया है कि ऐसे बुखार के मरीज जिन्हें सरदर्द, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द, शरीर में चकते उल्टी आना आदि लक्षण वाले मरीज डेंगू व चिकनगुनिया के संभावित मरीज हो सकते हैं. ऐसे लोगों का ब्लड सैम्पल लेकर नजदीकी एमजीएम मेडिकल कॉलेज व अस्पताल, रिम्स रांची, एसएनएमएमसीएच धनबाद, डीपीएचएल साहेबगंज, सदर अस्पताल रांची, डीपीएचएल चाईबासा में जांच के लिए उपलब्ध करायें. कोरोना जांच दल को निर्देश दिया है कि ऐसे बुखार के मरीज जिन्हें सिरदर्द भ्रम की स्थिति, चक्कर आना व गर्दन अकडऩ आदि लक्ष हो वे जापानी इंसेफ्लाटिस के संभावित रोगी हो सकते हैं. ऐसे लोगों का ब्लड सेम्पल लेकर उक्त संस्थान में उपलब्ध करायें. उन्होंने निर्देश दिया है कि डेंगू, चिकनगुनिया व जापानी इंसेफ्लाइटिस के संभावित रोगी को इलाज के लिए तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में रेफर किया जाए. उन्होंने कहा कि इस तरह के मरीज को कोरोना संक्रमण के साथ डेंगू का भी खतरा हो सकता है. जिला सर्विलांस पदाधिकारी ने निर्देश दिया है कि ऐसे लक्षण वाले रोगी की जानकारी तत्काल प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र को दी जाए. मरीजों को चिकित्सीय परामर्श के लिए टेली मेडिसीन से दवा लेने के लिए जागरुक किया जाए. उन्होंने सेनिटाइजेशन करने वाले दल को मच्छरों के पनपने वाले जगह को सेनिटाइज करने का निर्देश दिया है. उन्होंने कोरोना संक्रमण मुक्त क्षेत्रों में नगर निगम व स्वास्थ्य विभाग के लोगों को सुरक्षा किट के साथ लार्वा डेंसिटी सर्वे करने का निर्देश दिया जिससे चिकगुनिया की स्थिति पर नियंत्रण रखी जा सके. जांच दल को कोरोना गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश दिया. शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में फॉगिंग करने व लोगों को दिन भी में भी मच्छरदानी का प्रयोग करने का निर्देश दिया है.

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