ऐसे भी हैं सरकारीऑफिसर : भू अर्जन पदाधिकारी रहते गबन किया , फिर डी सी एल आर,Godda बन गया: बिष्टुपुर ससुराल पर इश्तेहार:99 लाख घपला वाला मामला : पत्नी पेट्रोल पंप मालकिन


जमशेदपुर, 19 मार्च : स्वर्णरेखा परियोजना में जमीन के एवज में मुआवजा देने के क्रम में 99 लाख रुपए (सरकारी राशि) गबन करने के एक मामले के अभियुक्त पूर्व स्वर्णरेखा प्रोजेक्ट के विशेष भू-अर्जन पदाधिकारी लखी राम बास्के (वर्तमान में गोड्डा के डीसीएलआर) को 25 अप्रैल तक जमशेदपुर न्यायालय में उपस्थित होने का आदेश दिया गया है. न्यायालय में उपस्थित नहीं होने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पूर्व में हाई कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका अस्वीकृत कर दी है।
बताया जाता है कि वे बिष्टुपुर में अपने ससुर के घर पर रहते हैं जिनके खिलाफ कार्रवाई करते हुए इश्तेहार भी लगाया गया था. इसके बाद भी वे फरार चल रहे हैं अब अगली कार्रवाई की गई है. मिली जानकारी के मुताबिक वर्ष 2017 में लाभुक मोगला मुर्मू के जमीन अधिग्रहण के एवज में उसे कुल 93.74 लाख रुपये का भुगतान विभाग की ओर से किया गया था. उसके बाद परियोजना के कर्मचारियों की आपसी मिलीभगत से मोगला के खाते से चेक के माध्यम से राशि निकाल ली गई. इसके बाद मामला का पर्दाफाश होने पर कुल 9 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें कई लोगों को जेल भी जाना पड़ा था.इस संबंध में
सुंदरनगर थाना में कांड संख्या 22/ 2017-आई पी सी 467,468,471,406,409,419,420,34 के अंतर्गत दर्ज किया गया। लखी राम बास्के की पत्नी दीप एंड डीप
नामक पेट्रोल पंप भी चलाती हैं। बास्के ने कथित रूप से पत्नी के पेट्रोल पंप कर्मचारी के एकाउंट में चेक जमा कर कैश कराया था। ग्रामीण एस पी जमशेदपुर ने अपने प्रतिवेदन में इसका उल्लेख किया । आश्चर्य है कानूनी प्रक्रियाओं के चलते अभी भी यह पदाधिकारी सरकारी सेवा में बना हुआ है और डी सी एल आर जैसे महत्वपूर्ण पद पर विराजमान है।

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