रांची,25 जून : नाइजीरिया के साइबर अपराधियों ने राजधानी रांची और के डीसी छवि रंजन, पश्चिमी सिंहभूम के डीसी अनन्य मित्तल के नाम पर फर्जी व्हाट्सएप अकाउंट बनाया है। इस वाट्सएप आईडी से जिले के कुछ ब्लॉक लेवल और डिस्ट्रिक्ट लेवल के अधिकारियों से सम्पर्क कर उनसे अमेजऩ गिफ्ट के माफऱ्त डिमांड रखी। वाट्सएप आईडी पर बाकायदा डीसी रंजन और अनन्या मित्तल की फोटो लगी है, लेकिन नम्बर का कोड अंतरराष्ट्रीय है। इस फर्जी अकाउंट के जरिए साइबर अपराधी लोगों से पैसे की मांग भी कर रहे हैं।
डीसी ने की अपील, न आये झांसे में: वहीं जानकारी मिलते ही डीसी रंजन ने लोगों से अपील की है कि अगर इस फेक आईडी से आपसे संपर्क किया जाता है तो किसी भी तरह के झांसे में ना आए। साथ ही प्रशासन द्वारा इस मामले की विधिवत सूचना पुलिस अधीक्षक कार्यालय को दी गई है। पुलिस आईडी यूजर की तलाश के लिए एक स्पेशल टीम को लगाई है। साइबर सेल की टीम साइबर अपराधियों को ट्रैक करने की कोशिश कर रही है।
पश्चिमी सिंहभूम के जिला प्रशासन ने की पुष्टि: वहीं पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त मित्तल के फर्जी व्हाट्सएप आईडी होने की पुष्टि जिला प्रशासन की ओर से किया गया है। इसके बाद जिला प्रशासन ने आमलोगों से फर्जी अकाउंट पर सतर्क रहने की सलाह दी है। जिला प्रशासन की ओर से आधिकारिक व्हाट्सएप ग्रुप में सूचना देकर कहा गया है कि उपायुक्त के नाम से फेक व्हाट्सएप आईडी बनाकर कतिपय व्यक्ति द्वारा लोगों को गुमराह किया जा रहा है। इसलिए सभी को सूचित किया जाता है कि ऐसे फर्जी व्हाट्सएप से किसी प्रकार की भी सूचना या मैसेज आता हो तो उस पर ध्यान नहीं दें। इसको लेकर जिला प्रशासन पुलिस अधीक्षक चाईबासा कार्यालय में शिकायत कर चुका है ।
इससे पहले भी इस तरह से फर्जीवाड़ा कर चुके हैं साइबर अपराधी: यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी दो बार उपायुक्त अनन्य मित्तल के नाम से फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर साइबर अपराधियों के द्वारा लोगों को गुमराह करने का प्रयास किया गया था। हालांकि साइबर अपराधियों के द्वारा गुमराह कर गलत मैसेज दिया जाता, इससे पहले ही उपायुक्त कार्यालय की ओर से पुलिस विभाग को शिकायत कर दी गई. साथ ही आमजनों के लिए सूचना दे दी गई थी। जिसके कारण लोग फर्जी फेसबुक और व्हाट्सएप जैसे माध्यम में नहीं फंसे।
साइबर अपराधियों पर जल्द लगाम लगाना जरूरी
जिस प्रकार का साइबर अपराधियों के द्वारा लगातार जिले के आला अधिकारियों को टारगेट कर गलत नियत से कार्य किया जा रहा है। इस पर सख्त कार्रवाई जरूरी हो गई है। क्योंकि वर्तमान समय अधिकतर लोग सोशल मीडिया साइट से जुड़े हुए हैं और आसानी से ठगी का शिकार बन रहे हैं। ऐसे में अगर जल्द ही इनपर लगाम नहीं लगाई गई तो आने ना सर्फ इनके हौसले बढ़ेंगे बल्कि लोग भी ठगी का शिकार होते रहेंगे।