Dumka,18 July: कालाजार की रोकथाम को लेकर उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला रविवार को सदर प्रखंड के मुड़भंगा गांव पहुंचे और ग्रामीणों को जागरूक किया । उपायुक्त श्री शुक्ला खुद ग्रामीण महिलाओं को समझाने के लिए नीचे बैठ गये। उन्होंने कालाजार प्रभावित मुडभंगा ग्राम का भ्रमण किया और इस ख़तरनाक बीमारी के प्रति ग्रामीणों को समझाया। इस गांव में कालाजार के अत्यधिक मामले पाये गये हैं। कालाजार एक अत्यन्त गंभीर बीमारी है। कालाजार बीमारी बालू मक्खी के काटने से होता है। बालू मक्खी मुख्य रूप से गोबर के ढेर, चूहे के बिलों में मिट्टी के ढेर, कम रोशनी वाली मिट्टी की दीवारों की दरारों तथा मकानों के आस-पास उगे पौधों / झाड़ियों में पैदा होकर रहती है।
कलाजार से बचाव के लिए तीन प्रमुख उपाय हैं- स्प्रे द्वारा दवा का छिड़काव, मच्छरदानी का उपयोग एवं बाहर जाने पर शरीर को ढँककर रखना। जिला प्रशासन द्वारा समय-समय पर टीम भेजकर प्रभावित ग्रामों में दवा का छिड़काव कराया जाता है एवं स्वास्थ्य जाँच भी कराई जा रही है।
कालाजार बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए ग्रामीणों से अपील की गई कि वे अपने-अपने घरों को साफ-सुथरा रखें ।यदि दीवार में दरार हैं तो उसे सीमेंट, मिट्टी या गोबर की लेप से ढँक दिया जाय।
उपायुक्त द्वारा प्रखंड विकास पदाधिकारी, दुमका एवं अंचल अधिकारी, दुमका को निदेश दिया गया कि इस ग्राम में कैंप लगाकर सुयोग्य लाभुकों को कल्याणकारी योजना यथा राशन कार्ड प्रधानमंत्री आवास, सामाजिक सुरक्षा पेंशन आदि के तहत लाभ प्रदान करें।
उपायुक्त द्वारा इसे गंभीरता से लेते हुए प्रथम चिकित्सा पदाधिकारी, दुमका को निदेश दिया गया कि संबंधित नर्स द्वारा ली गई राशि तत्काल वापस करायी जाय एवं सुनिश्चित करायें कि भविष्य में इस प्रकार की शिकायतें नहीं आये। केयर के प्रतिनिधि को निदेश दिया कि वे स्थानीय भाषा विशेषकर संथाली भाषा में लघु फिल्म के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। भ्रमण के दौरान उपायुक्त के साथ बी डी ओ राजेश कुमार सिन्हा, सी ओ दुमका सहित अन्य उपस्थित थे।