दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति की एकता को तोड़ने का प्रयास, नक्सलियों के हावी होने की संभावना

Chandi,8 August : साजिश के तहत दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति की एकता को तोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इससे क्षेत्र में नक्सलियों के हावी होने की संभावना बढ़ गई हैं। उक्त बातें दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति के अध्यक्ष असित सिंह पात्र ने कही। रविवार को नीमडीह के बांधडीह में समिति की बैठक हुई जिसमें समिति के अध्यक्ष, सचिव व सक्रिय सदस्यों ने विचार विमर्श किया। समिति के सचिव अजय कुमार सिंह ने कहा कि गत दिनों समिति के ही कुछ सदस्यों ने आनन फानन में संगठन का पुनर्गठन कर दिया है जो नियम और संगठन संविधान के विरुद्ध है। पूर्व की कमेटी को भंग किए बगैर और बिना अध्यक्ष, सचिव व सभी सदस्यों की उपस्थिति के पुनर्गठन अनुशासनहीनता भी है। उन्होंने बताया कि कथित तौर पर जो समिति के संगठन का पुनर्गठन करने की बात कही जा रही हैं उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि नियमानुसार पुनर्गठन के पहले कमेटी को भंग करने का प्रावधान है, उसके बाद सभी पदाधिकारियों व सदस्यों की उपस्थिति में सर्वसम्मति से ही पुनर्गठन हो सकता है। इस मौके पर असित सिंह पात्र, सचिव अजय कुमार सिंह, परमेश्वर सिंह, नेपाल सिंह, कांचन सिंह, नरेश सिंह, धनंजय सिंह, मनोज सिंह, बासुदेव सिंह, मोहन सिंह, भास्कर सिंह, मलिंद्रनाथ महतो, गौतम सिंह, पशुपति महतो, फुलचंद सिंह आदि मौजूद थे। विदित हो कि एक समय दलमा क्षेत्र में नक्सलियों की तूती बोलती थी। नक्सलियों को नियंत्रण करने में पुलिस प्रशासन भी सफल नहीं हुआ था। ऐसे में नक्सलियों से लोहा लेने के लिए स्थानीय लोगों ने वर्ष 2009 को दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति का गठन किया जिसमें चांडिल, नीमडीह, पटमदा व बोड़ाम क्षेत्र के ग्रामीणों ने शामिल होकर संगठन को मजबूत बनाने का काम किया था। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि संगठन में दरार पैदा हो गई हैं। गत दिनों दलमा आंचलिक सुरक्षा समिति के एक खेमे ने बैठक कर पुनर्गठन की घोषणा कर दी है जिसमें जलन मार्डी को अध्यक्ष घोषित किया है। पुनर्गठन की घोषणा के बाद अब समिति के दूसरे खेमे की ओर से विरोध किया जा रहा है।

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