फिर विलियम्सन-मिचेल ने बदला गियर
न्यूजीलैंड की टीम नेब श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट के आखिरी दिन अंतिम गेंद पर जीत हासिल की। घरेलू मैदान पर पहले इंग्लैंड और फिर श्रीलंका के खिलाफ रोमांचक जीत हासिल की। उसने इंग्लैंड को वेलिंगटन में पिछले महीने के अंत में एक रन से हराया था।
क्रिकेट फैंस के बीच इन दिनों ‘बैजबॉल’ चर्चा में है। यह इंग्लैंड की टीम द्वारा दिया गया शब्द है। दरअसल, उसके कोच ब्रैंडन मैकुलम का निकनेम ‘बैज’ है। वह आक्रामक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। उनके कोच बनने के बाद इंग्लैंड की टीम ने भी वैसा ही खेल अपनाया। इससे ‘बैजबॉल’ चर्चा में आया। कहा जा रहा है कि ‘बैजबॉल’ ने टेस्ट क्रिकेट को बदल दिया। इंग्लैंड की टीम ने भले ही हाल में आक्रामक अंदाज में टेस्ट मैच खेला हो, लेकिन असली रोमांच तो न्यूजीलैंड वाले लेकर आए हैं। कीवी टीम ने दो हफ्ते में टेस्ट क्रिकेट में दो ऐसे मैच जीते हैं जो लंबे समय तक याद किए जाएंगे।
न्यूजीलैंड की टीम ने घरेलू मैदान पर पहले इंग्लैंड और फिर श्रीलंका के बीच रोमांचक जीत हासिल की। उसने इंग्लैंड को वेलिंगटन में पिछले महीने के अंत में एक रन से हराया था। उसके बाद अब श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट के आखिरी दिन अंतिम गेंद पर जीत हासिल की। इस मैच में तो न्यूजीलैंड ने ‘बैजबॉल’ अंदाज में क्रिकेट खेली। उसे अंतिम टेस्ट जीतने के लिए 20 ओवर में 132 रन बनाने थे। यहां से केन विलियम्सन और डेरेल मिचेल तेजी से रन बनाए और न्यूजीलैंड को मैच में बनाए रखा।
न्यूजीलैंड को मिला था 285 रनों का लक्ष्य
मैच की बात करें तो न्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। श्रीलंका ने पहली पारी में 355 रन बनाए। वहीं, न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 373 रन बनाए। इस तरह उसे पहली पारी में 18 रनों की बढ़त मिली। श्रीलंका ने दूसरी पारी में 302 रन बनाए। न्यूजीलैंड को दूसरी पारी में जीत के लिए 285 रनों का लक्ष्य मिला।
मिचेल ने न्यूजीलैंड को जीत के करीब पहुंचाया
कीवी टीम ने लक्ष्य का पीछा करते हुए 50 ओवर में एक समय तीन विकेट पर 154 रन बना लिए थे। केन विलियम्सन 56 और डेरेल मिचेल 40 रन बनाकर खेल रहे थे। मैच में जब करीब आठ ओवर का खेल बाकी था तब मिचेल आउट हो गए। उस समय न्यूजीलैंड का स्कोर 61.5 ओवर में चार विकेट पर 232 रन था। यहां से 49 गेंद पर उसे 54 रन बनाने थे। मिचेल 86 गेंद पर 81 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने तीन चौके और चार छक्के लगाए। आउट होने से पहले मिचेल ने न्यूजीलैंड को जीत की दहलीज पर खड़ा कर दिया था।
अंतिम तीन ओवर हुआ रोमांचक
न्यूजीलैंड को अंतिम तीन ओवर में जीत के लिए 20 रन बनाने थे। उसके हाथ में चार विकेट थे। 68वें ओवर में माइकल ब्रैसवेल 10 रन बनाकर आउट हुए। इस ओवर में पांच रन बने। इस तरह अब दो ओवर में 15 रन बचे थे। गेंदबाजी के लिए लाहिरू कुमारा आए। उनके सामने टिम साउदी और केन विलियम्सन थे। शुरुआती दो गेंद पर तीन रन बने और फिर साउदी आउट हो गए। मैट हैनरी क्रीज पर आए। उन्होंने विलियम्सन के साथ मिलकर अंतिम तीन गेंद पर चार रन बटोर लिए।
आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड को चाहिए थे सात रन
अब आखिरी ओवर में न्यूजीलैंड को जीत के लिए सात रनों की दरकार थी। उसके 277 रन पर उसके सात विकेट गिर चुके थे। अगर एक विकेट और गिरता तो चोटिल नील वेग्नर को खेलने आना पड़ता। विलियम्सन और हेनरी ने दो गेंदों पर दो रन ले लिए। हेनरी तीसरी गेंद पर दो रन लेने के प्रयास में रनआउट हो गए।
तीन गेंद पर चाहिए थे पांच रन
अब न्यूजीलैंड को तीन गेंद पर पांच रन बनाने थे। विलियम्सन ने चौका लगाकर स्कोर को बराबर कर दिया। दो गेंद पर एक रन बनाने थे तो फर्नांडो की एक गेंद पर विलियम्सन चूक गए। अंतिम गेंद को किसी तरह विलियम्सन ने बल्ले से लगाया और दौड़ गए। उनकी ओर थ्रो आया और स्टंप से गेंद लग गई। एक समय तो ऐसा लगा कि विलियम्सन रन लेने से चूक गए और मैच ड्रॉ हो गया। जब रीप्ले दिखाया गया तो विलियम्सन का बल्ला क्रीज में पहुंच चुका था। न्यूजीलैंड ने दो विकेट से मैच को जीत लिया और भारत विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंच गया।