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चक्रवात के खतरे को देखते हुए ओडिशा के सात जिलों में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है तो बंगाल में भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए समस्त सरकारी कर्मचारियों की पांच अक्तूबर तक छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा है कि शनिवार की शाम के समय बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवात के विकसित होने की सबसे अधिक संभावना है। एक बार तेज होने के बाद तूफान का नाम पाकिस्तान द्वारा प्रस्तावित साइक्लोन गुलाब रखा जाएगा। यह रविवार शाम तक ओडिशा के तट से टकरा सकता है। इससे खतरे को देखते हुए ओडिशा के सात जिलों में हाईअलर्ट जारी कर दिया गया है तो बंगाल में भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए समस्त सरकारी कर्मचारियों की पांच अक्तूबर तक छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। मौसम विभाग ने रविवार को दक्षिण ओडिशा, उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश में बहुत भारी से बेहद भारी बारिश (24 घंटों में 115.6 मिमी से 204.4 मिमी से अधिक) की चेतावनी दी है।
गुलाब नाम कैसे पड़ा
इस बार नाम देने का जिम्मा पाकिस्तान का था। उसने इसे ‘गुलाब’ नाम दिया है। यह अभी मध्य बंगाल की खाड़ी से ये उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। छ महीनों पहले यास तूफान ने देश के तटीय हिस्सों में जमकर तबाही मचाई थी। उसके बाद अब ‘गुलाब’ दस्तक दे रहा है।
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सितंबर में बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवात
साल चक्रवातों की संख्या
1991 01
1995 02
1997 01
2004 02
2005 02
2007 01
2008 01
2009 01
2011 01
2018 02
इस साल मई में आए तौकते और यास के बाद यह 2021 का तीसरा चक्रवात होगा। 1990 – 2021 के बीच चक्रवात के आंकड़े बताते हैं कि सितंबर के दौरान केवल 14 चक्रवात आए जबकि, 2011 – 2021 के बीच सिर्फ तीन तूफान (चक्रवात गुलाब को छोड़कर)।
कैबिनेट सचिव ने की बचाव की तैयारियों की समीक्षा
कैबिनेट सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन कमेटी की बैठक हुई। इसमें केंद्र व राज्य सरकारी मशीनरियों की बचाव की तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में ओडिशा व आंध्रप्रदेश के मुख्य सचिवों ने लोगों को बचाने के लिए उपाय किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।