जमशेदपुर, 27 जून : सामाजिक संस्था अर्पण द्वारा आज आयोजित छठे वार्षिक रक्तदान शिविर में 905 यूनिट रक्त संग्रह किया गया, जो कोविड काल में पूरे देश में एक रिकॉर्ड रक्त संग्रह शिविर बताया गया. शिविर में रक्तदान के लिये एक हजार से अधिक रक्तदाताओं का निबंधन हुआ, जिनमें बचे लोगों द्वारा कल रक्तदान किया जाएगा. झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने शिविर के आरंभ में स्वयं उपस्थित होकर रक्तदान किया और इस अवसर पर आयोजित एक संक्षिप्त समारोह में घोषणा की कि जमशेदपुर में रक्त की बर्बादी को रोकने के लिये शीघ्र ही ब्लड सेपेरेशन क्रिया के लिये आवश्यक उपकरण और तकनीशियनों का प्रबंधन राज्य सरकार करने जा रही है. उन्होंने अर्पण के सेवा कार्यों और उसकी सोच की प्रशंसा करते हुए कहा कि रक्तदान के साथ-साथ पर्यावरण संतुलन की दिशा में भी इस संस्था द्वारा जो कार्य किया जा रहा है, वह मानव जीवन के लिये अद्भूत योगदान है. यहां आनेवाले रक्तदाताओं को फल और फूल के पौधों को उपहारस्वरुप प्रदान किया जाता है. यहां अधिकांश युवक और युवतियां रक्तदान करने के लिये उमड़ती हैं. इसके लिये उन्होंने अर्पण के संरक्षक और प्रणेता अमरप्रीत सिंह काले तथा संस्था के युवा अध्यक्ष जुगुन पांडे की मुक्त कंठ से प्रशंसा की. अर्पण द्वारा पिछले पांच वर्षों में हर वर्ष इसी तरह मेगा रक्त संग्रह लगभग हजार यूनिट का किया जा रहा है. अर्पण अपने नाम के अनुरुप समर्पित भाव से समाज के जरुरतमंद लोगों की सेवा में योगदान करता है. जिनमें जरुरतमंद परिवारों की कन्याओं के विवाह में सहयोग, बाढ़ पीडि़तों को मदद, पिछले कोविडकाल में लगातार दो महीने तक पका भोजन वितरण आदि इसके उल्लेखनीय कार्य है.
कार्यक्रम में संरक्षक अमरप्रीत सिंह काले के अलावा भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री शैलेन्द्र सिंह, पूर्व महानगर अध्यक्ष बिनोद सिंह, आशुतोष राय, ब्रजभूषण सिंह ने भी अपने उदगार व्यक्त किये. शैलेन्द्र सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री के कार्य करने के जज्बे और तरीके की दलगत राजनीति से उपर उठकर खुले दिल से तारीफ की. कार्यक्रम में सांसद विद्युत वरण महतो, कांग्रेस के नेता अजय सिंह, ट्रेड यूनियन नेता सह अर्पण के अभिभावक राकेश्वर पांडेय, सामाजिक कार्यकर्ता शिवशंकर सिंह, झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के इंदरजीत सिंह, टाटा मोटर्स यूनियन के गुरमीत सिंह तोते आदि ने उपस्थित होकर रक्तदाताओं का मनोबल बढ़ाया. सभी रक्तदाताओं के अलावा उपस्थित सभी अतिथियों के लिये वहां भोजन की भी व्यवस्था थी, जिसकारण पूरा नजारा यज्ञ का छाया रहा. लोग श्रद्धाभाव से भोजन भी लंगर में शामिल होने जैसे करते रहे. कार्यक्रम का संचालन धनुर्धर त्रिपाठी व धन्यवाद ज्ञापन जुगुन पांडेय ने किया.