कोरोना काल में सरकार का खजाना लबालब, 2021-22 में रिकॉर्ड 27 लाख करोड़ रुपये टैक्स कलेक्शन

new delhi 8 april
भारतीय अर्थव्यवस्था ने 2021-22 में दो सालों से कोरोना महामारी के बाद निचले स्तरों से शानदार रिकवरी दिखाई है. सरकार के टैक्स कलेक्शन के आंकड़े इस बात की गवाही दे रहे हैं. 2021-22 के 22.17 लाख करोड़ रुपये के टैक्स कलेक्शन के अनुमान को पीछे छोड़ते हुए बीते वर्ष टैक्स कलेक्शन 27.07 लाख करोड़ रुपये रहा है. जो कि लक्ष्य से 5 लाख करोड़ रुपये ज्यादा है. 2021-22 के लिए टैक्स कलेक्शन 2020-21 के 20.27 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 34 फीसदी ज्यादा है.
वित्त मंत्रालय के मुताबिक 2021-22 में डायरेक्ट टैक्सयानि प्रत्यक्ष कर के कलेक्शन में 49 फीसदी की बढ़ोतरी आई है जबकि अप्रत्यक्ष करों के कलेक्शन में 20 फीसदी की बढ़ोतरी आई है. डायरेक्ट टैक्स में व्यक्तियों, कॉरपोरेट्स द्वारा दिया जाने वाला इनकम टैक्स आता है और इनकम टैक्स कलेक्शन 2021-22 में कुल 14.10 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि बजट अनुमान से 3.02 लाख करोड़ रुपये ज्यादा है. इनडायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 12.90 लाख करोड़ रुपये रहा है जो कि बजट अनुमान 11.02 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है. यानि 1.88 लाख करोड़ रुपये का उछाल
रिकॉर्ड टैक्स कलेक्शन पर वित्त मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि टैक्स कलेक्शन में इस उछाल की वजह सरकार द्वारा चलाए जा रहे दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण कार्यक्रम के बाद तेजी आर्थिक रिकवरी है. यह अर्थव्यवस्था में की मजबूती का भी प्रतीक है. इसके अलावा टैक्स को लेकर बेहतर अनुपालन प्रयास भी बड़ी वजह है. टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के उपयोग के माध्यम से टैक्स डिपार्टमेंट द्वारा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों ही करों में बेहतर अनुपालन के चलते ये सफलता हासिल हुई है

2021-22 के दौरान सकल कॉर्पोरेट टैक्स कलेक्शन 2020-21 के 6.5 लाख करोड़ रुपये के मुकाबले 8.6 लाख करोड़ रुपये रहा है. जो दर्शाता है कि कम दरों और बिना किसी छूट के नई सरलीकृत कर व्यवस्था अपने वादे पर खरी उतरी है. इस वर्ष के दौरान, आयकर विभाग ने 2.24 लाख करोड़ का रिफंड टैक्सपेयर्स को लौटाया है. पिछले दो वर्षों के दौरान, व्यवसायों के हाथों में नगदी लाने के लिए रिफंड के बैकलॉग को दूर करने का प्रयास किया गया है. वर्ष के दौरान, 2.4 करोड़ रिफंड जारी किए गए, जिसमें वर्ष 2021-22 से संबंधित 2.01 करोड़ शामिल थे, जिसके लिए 31 मार्च 2021 तक रिटर्न दाखिल किया गया था.

वित्त मंत्रालय के मुताबिक कोरोना महामारी के बावजूद जीएसटी कलेक्शन में शानदार तेजी देखी गई है. सीजीएसटी राजस्व पिछले साल के 4.6 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2021-22 में ₹5.9 लाख करोड़ हो गया. 2021-22 में औसत मासिक सकल जीएसटी राजस्व 1.23 लाख करोड़ था, जबकि 2020-21 में 94,734 करोड़ रुपये और 2019-20 में 1.01 लाख करोड़ रुपये रहा था.

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