नई दिल्ली
देश में पहले केस की पुष्टि पिछले साल 30 जनवरी को हुई थी। तब चीन की वुहान यूनिवर्सिटी से लौटे केरल के एक छात्र में संक्रमण मिला था। इसके 15 महीने बाद संक्रमण ने 2 करोड़ का आंकड़ा छू लिया है। 18 दिसंबर को भारत में कोरोना वायरस की चपेट में आने वालों का आंकड़ा 1 करोड़ के पार गया था। ऐसा होने में 324 दिन लगे थे।
सितंबर में आया था पहला पीक
पिछले साल अप्रैल और मई तक हर दिन देश में 2 से 5 हजार नए मामले सामने आ रहे थे। जून में यह बढ़कर 5 से 20 हजार हो गए। जुलाई में हर दिन 20 से 57 हजार लोग संक्रमित मिलने लगे। अगस्त में यह आंकड़ा 60 से 75 हजार के बीच हो गया। सितंबर में एक दिन में 97 हजार तक मामले सामने आए। 17 सितंबर को देश में कोरोना का पहला पीक था। अभी देश में दूसरी लहर चल रही है। इसका पीक मई के आखिर में आने की संभावना जताई जा रही है।
मौतों में भारत ने मैक्सिको को पीछे छोड़ा
सबसे ज्यादा मौतों वाले देशों में भारत मैक्सिको को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर आ गया है। यहां अब तक 2 लाख 18 हजार 945 लोग दम तोड़ चुके हैं। इस मामले में अमेरिका पहले नंबर पर है। यहां 5.92 लाख और ब्राजील में 4.07 लाख मौतें हो चुकी हैं। चौथे नंबर पर पहुंचे मैक्सिको में अब तक 2.17 लाख मौतें दर्ज की गई हैं।
दो दिन से कम हो रहे नए केस
देश में पिछले दो दिन से नए मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज हो रही है। रविवार को देश में 3 लाख 69 हजार 942 मरीज सामने आए हैं। 2 लाख 99 हजार 800 लोग ठीक हो गए। शुक्रवार को देश में रिकॉर्ड 4 लाख 2 हजार 14 लोग संक्रमित पाए गए थे, जो शनिवार को घटकर 3 लाख 92 हजार 459 हो गए थे।
नागपुर में मिला डबल म्यूटेंट वैरिएंट
महाराष्ट्र के नागपुर में कोरोना के 5 नए स्ट्रेन मिले है। दिल्ली से मिली रिपोर्ट के मुताबिक, 35 सैंपल में ये स्ट्रेन पाए गए। नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और नागपुर मेडिकल कॉलेज में आए संदिग्ध मरीजों के सैंपल जांच के लिए पुणे और दिल्ली भेजे गए थे। 74 में से 35 सैंपल में 5 म्यूटेशन पाए गए। इसमें से 26 सैंपल में डबल म्यूटेशन होने की बात इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के माइक्रो बायोलॉजी विभाग के सहयोगी प्रोफेसर डॉ. रवींद्र खडसे ने कही है।
डॉ. खडसे ने बताया कि ये स्ट्रेन बेहद घातक साबित हो सकते हैं, क्योंकि अगर कोई व्यक्ति कोरोना से रिकवर हो जाए तो उसमें इम्युनिटी डेवलप हो जाती है। इस नए म्यूटेशन में इम्युनिटी का कोई भी फायदा नहीं होगा। इसलिए उस व्यक्ति के दोबारा संक्रमित होने का खतरा रहेगा। वैक्सीनेशन के बाद भी कई लोग संक्रमित हुए हैं। अब उनके सैंपल भी जांच के लिए भेजे जाएंगे।
महाराष्ट्र, दिल्ली और मध्यप्रदेश में नए केस घटे
स्वास्थ्य मंत्रालय के जॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देश में कोरोना की स्थिति पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश में 12 राज्य ऐसे हैं, जहां एक लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। सात राज्यों में 50 हजार से एक लाख के बीच और 17 राज्यों में 50 हजार से भी कम एक्टिव केस है। देश में अब तक 81.77% मरीज ठीक हो चुके हैं।
उन्होंने बताया कि देश में कोरोना से डेथ रेट 1% के आसपास है। दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में केस कम हो रहे हैं। महाराष्ट्र में 12 जिलों में नए केसों में कमी आई है। यह स्थिति बनी रहे इसके लिए जरूरी है कि राज्य और जिले लेवल पर ध्यान दिया जाए। हमें अभी पूरी एहतियात बरतना है।
देश में रिकवरी रेट बढ़ा
लव अग्रवाल ने कहा कि देश में एक और पॉजिटिव ट्रेंड है। रिकवरी रेट लगातार बढ़ रहा है। 2 मई को यह 78% था। 3 मई को 82% हो गया। इंडस्ट्री की ऑक्सीजन को मेडिकल परपस से इस्तेमाल करने का प्लान कर रहे हैं। इस बारे में हम स्टेट से भी बात कर रहे हैं। अब देश में 1050 में PSA ऑक्सीजन प्लांट पर काम चल रहा है। ऑक्सीजन प्लांट के पास ही कोविड सेंटर बनाए जाएंगे।
उन्होंने बताया कि केस कम कैसे करें, इस पर कुछ फैसले लिए जा रहे हैं। जहां केस कम आ रहे हैं वहां कंटेनमेंट जोन से जुड़ा काम चलता रहा। जहां केस ज्यादा आ रहे हैं, वहां लोकल कंटेनमेंट पर ध्यान दिया जा रहा है। गृह मंत्रालय ने हाल में इससे जुड़ी गाइडलाइंस जारी की हैं