लखनऊ यूपी में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले अपनी खोई जमीन तलाश रही कांग्रेस भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। कांग्रेस ने प्रवक्ताओं के लिए होने वाली परीक्षा को पूरी तरह से प्रोफेशनल कर दिया है। कांग्रेस प्रवक्ता बनाने के लिए एग्जाम ले रही है। पेपर भी ऐसा वैसा नहीं बाकायदा एकदम यूपीएससी लेवल का जिसमें 45 मिनट में कई सवालों के जवाब देने हैं।
ट्वीटर हैंडल, फेसबुक आईडी, यू-ट्यूब चैनल सब बताना होगा
नाम, जन्मतिथि, शिक्षा, मोबाइल नंबर, ई-मेल आईडी जैसी बुनियादी जानकारी ली गई। साथ ही ट्विटर हैंडल, फेसबुक पेज का नाम, यू-ट्यूब चैनल का नाम, इन सभी में फॉलोअर्स की संख्या। सोशल मीडिया की कितनी आईडी हैं। किस-किस नाम से हैं। उस पर कितना कंटेंट कितने दिनों में पोस्ट करते हैं। ये जानकारी भी ली गईं हैं।
45 मिनट में बताने होंगे कई सवालों के जवाब
45 मिनट में दो तरह के सवाल पूछे जा रहे हैं। इसमें 20 प्रश्न वैकल्पिक हैं। 2 प्रश्न विश्लेषणात्मक हैं। देखिए कैसे-कैसे सवालों के जवाब मांगे गए।
RSS का प्रभाव खतरनाक क्यों है?..कांग्रेस ने यूपी के लिए क्या किया है?
प्रश्नों में पूछा जा रहा है कि यूपी में कांग्रेस की क्या भूमिका है? कांग्रेस ने यूपी के लिए क्या-क्या किया है? अखबारों और टीवी पर आज तीन मुख्य खबरें क्या हैं, जिन पर कांग्रेस के प्रवक्ता बयान जारी कर सकते हैं? आप एक प्रवक्ता बनना क्यों चाहते हैं? कांग्रेस पार्टी का इतिहास और कांग्रेस का भारत के इतिहास में क्या योगदान रहा? RSS का प्रभाव खतरनाक क्यों है? जैसे कई प्रकार के सवाल पूछे जा रहे हैं।
यूपी में कितनी लोकसभा और विधानसभा सीटें हैं?
2004 और 2009 में कांग्रेस ने कितनी सीटें जीतीं?
2014 लोकसभा और 2017 विस चुनावों में कांग्रेस का वोट शेयर प्रतिशत क्या था?
उत्तर प्रदेश में कितने ब्लॉक और क्षेत्र हैं?
लोकसभा चुनाव में यूपी में कितने सीटें आरक्षित हैं?
यूपी में कितनी विधानसभा सीटें मिलकर एक लोकसभा सीट बनाती हैं?
योगी आदित्यनाथ सरकार किन-किन प्रमुख मुद्दों पर विफल है?
मनमोहन सिंह सरकार की उपलब्धियां क्या थीं?