सीएम से करेगी डीसी को हटाने की मांग
जमशेदपुर, 1 अप्रैल (रिपोर्टर) : रामनवमी विसर्जन जुलूस प्रकरण मेें जमशेदपुर पश्चिम के विधायक सह सूबे के मंत्री बन्ना गुप्ता का प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ बयान (ट्वीट) आने के बाद कांग्रेस भी ‘सक्रिय’ हो गई है. पार्टी के जिलाध्यक्ष आनंद बिहारी दूबे आज तिलक पुस्तकालय में बैठक के बाद पत्रकार सम्मेलन कर पूरे घटनाक्रम का ठीकरा उपायुक्त विजया जाधव के सर फोड़ा. साथ ही उनका भाजपा नेताओं के साथ साठ-गांठ का आरोप लगाते हुए शहरवासियों को दहशत की आग में झोंकने की बात कही.
जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे ने कहा कि उपायुक्त ने अपनी जिद और बीजेपी के नेताओं के साथ सांठ-गांठ कर महान पर्व रामनवमी अखाड़ा एवं जुलूस को प्रभावित किया एवं जमशेदपुर की जनता को दहशत के आगोश में झोंक दिया। उनके एक निर्णय के कारण अनावश्यक रूप से पूजा कमेटियों के बीच द्वंद की भावना 2 दिन से फैलाने दिया। इस पर किसी प्रकार का संज्ञान उपायुक्त ने नहीं लिया। शहर के हालात कों दहशत के माहौल में बदल दिया। इसका जिम्मेदार सिर्फ और सिर्फ वर्तमान उपायुक्त ही है।
श्री दुबे ने मुख्यमंत्री से मांग की कि उपायुक्त विजया जाधव का क्रियाकलाप सरकार को बदनाम करने वाला है। हकीकत यह है कि विजया जाधव ने जब डीजे और टेलर को रोका, उसके बाद पूजा कमेटी ने कहा कि हम विसर्जन नहीं निकालेंगे। उस वक्त उपायुक्त ने कोई संज्ञान नहीं लिया और दिनों दिन जमशेदपुर का माहौल बिगड़ता चला गया। एक समय तो ऐसा लग रहा था मानो यहां पर दंगे के माहौल में शहर बदल जाएगा। जब इस मुद्दे पर इसकी सूचना सरकार के मुख्य सचिव तक पहुंचाई गई। तो उपायुक्त ने आनन-फानन में सांसद विद्युत वरण महतो को बुलाया। इसके अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष और पूर्व जिला अध्यक्षों को बुलाया जबकि इस जिले में छ: विधायक रहते हैं, उनमें से एक मंत्री भी हैं, जब उन्हें समझौता संबंधी बैठक बुलाना ही था तो विधिवत रूप से केंद्रीय शांति समिति, विधायक, मंत्री के अलावा सभी राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय पार्टी के अध्यक्षों, पूजा कमेटियों के अध्यक्ष को भी उक्त बैठक में बुलाना चाहिए, लेकिन उपायुक्त भाजपा से मिलीभगत कर माहौल बिगाड रही थी और वर्तमान सरकार को बदनाम करने के लिए कार्य कर रही थी।
जिला अध्यक्ष ने बैठक में कहा कि 3 अप्रैल को मुख्य मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आगमन जमशेदपुर में हो रहा है। इस विषय को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी का एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल सभी सबूतो अखबार के समाचार के साथ मिलकर अभिलंब वर्तमान उपायुक्त को पद मुक्त करने का मांग करेगा। जमशेदपुर की जनता बड़े पैमाने पर अखाड़ा एवं जुलूस के साथ साथ विसर्जन प्रोसेशन में भागीदारी करती है। उपायुक्त ने माहौल काफी संकट पूर्ण बना दिया।