सीएम योगी के पास, 49 हजार का कुंडल, सोने की चेन में रुद्राक्ष की माला,अखिलेश के पास योगी से 26 गुना ज्यादा संपत्ति

UP के CM योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को गोरखपुर शहर की सीट से अपना नामांकन दाखिल किया । नामांकन दायर करने के दौरान दिए हलफनामे में सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपनी संपत्ति का लेखा-जोखा दिया है। सीएम योगी के शपथ पत्र के मुताबिक, एमएलसी चुने जाने के समय सीएम योगी आदित्यनाथ की कुल संपत्ति 95.98 लाख रुपये थी जो अब बढ़कर 1 करोड़ 54 लाख, 94 हजार 54 रुपए हो गई है। अखिलेश यादव से तुलना करें तो 2022 में अखिलेश के पास योगी से 26 गुना ज्यादा संपत्ति है। सीएम योगी की संपत्ति में 5 सालों में करीब 60 लाख रु का इजाफा हुआ है।
हलफनामे में सीएम योगी ने यह भी बताया है कि उनपर कोई आपराधिक मामला दर्ज नहीं है। सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ 2019 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़े थे। हालांकि, 2014 के लोकसभा चुनाव में बतौर सांसद योगी आदित्यनाथ की संपत्ति 72 लाख 17 हजार रुपए थी। सीएम योगी के पास एक लाख रु नकद हैं।
सीएम योगी के पास नई दिल्ली के एसबीआई संसद भवन शाखा में 25 लाख 99 हजार 171 रुपए हैं। इसके अलावा, पीएनबी की इंडस्ट्रीयल एरिया गोरखनाथ शाखा में 4 लाख 32 हजार 751, 7 लाख 12 हजार 636 रुपये की चार एफडी और एसबीआई के गोरखनाथ शाखा के खाते में 7,908 रुपए जमा हैं। इसी तरह, एसबीआई की लखनऊ स्थित विधानसभा मार्ग शाखा के खाते में 67 लाख 85 हजार 395 हैं जबकि उनके नाम 2 लाख 33 हजार रुपए का बीमा है।
योगी के पास न मकान, न जमीन: पिछली हलफनामे में योगी आदित्यनाथ ने अपने पास दो कार होने की बात बताई थी, लेकिन अबकी उन्होंने बताया है कि उनके पास कोई कार नहीं है। वहीं, उनके नाम पर न कोई मकान है और न कोई जमीन है।
गोरखपुर शहर से पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे योगी आदित्यनाथ के कान में 49 हजार रुपए कीमत का 20 ग्राम का कुंडल, 10 ग्राम की रुद्राक्ष लगी एक सोने की चेन, जिसकी कीमत 20 हजार रुपए है। इसके अलावा उनके पास सैमसंग का एक मोबाइल है जिसकी कीमत 12 हजार रु है। सीएम योगी ने एचएन बहुगुणा विश्वविद्यालय श्रीनगर, पौड़ी गढ़वाल से विज्ञान (बीएससी) में स्नातक किया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ को राइफल और रिवॉल्वर रखने का भी शौक रहा है। नामांकन के वक्त दाखिल शपथ पत्र के मुताबिक योगी आदित्यनाथ के पास दो असलहे हैं। इनमें 1 लाख कीमत की एक रिवाल्वर व 80 हजार रुपए कीमत की एक राइफल है। बता दें कि 2017 में सीएम बनने के बाद योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर लोकसभा सीट छोड़ दी थी। इसके बाद वह विधान परिषद में पहुंच थे।

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