उदयपुर 30 june सीएम अशोक गहलोत ने उदयपुर में हुए वीभत्स हत्याकांड के बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। गहलोत ने पीड़ित परिवार को मुआवजे के तौर पर 50 रुपये का चेक दिया है। सीएम गहलोत ने पीड़ित परिवार को इस बात का आश्वासन दिया कि ये केस फास्ट ट्रैक में चलाकर आरोपियों को जल्द से जल्द सजा दिलवाई जाएगी। इसके अलावा सीएम ने कन्हैयालाल के दोनों बेटों को सरकारी नौकरी देने का ऐलान भी किया है। इस हत्याकांड के बाद उदयपुर के लोगों में आक्रोश का महाौल है इस हत्या के विरोध में हजारों लोग सड़कों पर उतरे हुए हैं।
वहीं राजस्थान पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि मामले की जांच अब एनआईए कर रही है। विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावार है, वहीं गहलोत सरकार का कहना है कि पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है, जांच एनआईए कर रही है। वहीं कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने कहा कि इस घटना में इंसानियत की सारी हदें पार कर दी गईं हैं।
उदयपुर में कन्हैया लाल की नृशंस हत्या पर राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि ये मामूली घटना नहीं है, ये एक तरह से आतंकवाद है। इसकी जितनी भर्त्सना करेंगे वो कम ही रहेगा। सांप्रदायिक उन्माद के पीछे कौन लोग हैं? कौन से संगठन हैं? ऐसी चीजें राजस्थान में कभी नहीं हुई।
गहलोत सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि घटना के बाद से मैं गुस्से से उबल रहा हूं। दोषियों को ठोक देना चाहिए। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “एक निहत्थे व्यक्ति पर धोखे से चाकू मारकर हत्या करना महपाप है, धर्म कायरर्ता और धोखा नही सिखाता हत्या करने वालों को जब पुलिस ठोक के मारेगी तब दर्द का पता चलेगा। अपराधी कोई भी हो उसको फांसी पर लटकाना और क़ानून की ताक़त का एहसास कराना ज़रूरी है।”
वहीं मृतक कन्हैया लाल की पत्नी ने मांग की है कि दोषियों को फांसी दी जाए। पत्नी ने कहा कि आज उसने हमारे पति का कत्ल किया है, कल दूसरों को मारेंगे। 28 जून की शाम में राजस्थान के उदयपुर में एक दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद राज्य में स्थिति तनावपूर्ण है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पीड़ित कन्हैया लाल को उनके सोशल मीडिया पोस्ट के सिलसिले में जान से मारने की धमकी मिलने लगी थी। इसकी जानकारी उन्होंने पुलिस को दी थी लेकिन पता नहीं किस दबाव में पुलिस ने कार्रवाई नहीं की।