CM हेमंत सोरेन ने झारखंड के सबसे लंबे पुल का किया उद्घाटन,पुल का नामकरण शिबू सोरेन के नाम पर करने का प्रस्ताव

दुमका : सीएम हेमंत सोरेन ने सोमवार को दुमका में मयुराक्षी नदी पर 198.11 करोड़ रुपये की लागत से बने झारखंड के सबसे लंबे पुल का उद्घाटन किया. उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने इस महत्वाकांक्षी नवनिर्मित पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया है. वे महान आंदोलनकारियों को सम्मान देते हैं. यही झारखंड की पहचान है. देश के सबसे बड़े आंदोलनकारी के रूप में दिशोम गुरु शिबू सोरेन हम लोगों के बीच में हैं. पुल का नाम दिशोम गुरु के नाम पर करने के लिए सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए शिलापट्ट लगाया जाएगा. झारखंड का यह सबसे लंबा पुल दुमका सदर प्रखंड के कुमड़ाबाद व मसलिया प्रखंड के मकरमपुर को जोड़ता है. इस पुल का निर्माण पांच साल से भी कम समय में हुआ है. 2018 में इस पुल की आधारशिला रखी गयी थी. आपको बता दें कि मकरमपुर सहित कई गांव ऐसे हैं, जो पहले दुमका शहर से सटे थे यानी नदी आवागमन में बाधक नहीं थी. मसानजोर डैम बनने के बाद बीच का इलाका डूब गया, तो मकरमपुर की आधी आबादी डैम के डूबक्षेत्र के उस पार रह गयी थी. एक तरह से उन्हें काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था. अब पुल बन जाने से मसानजोर विस्थापितों को परेशानी नहीं होगी.

दुमका में मयूराक्षी नदी पर 2 किलोमीटर से अधिक लंबाई के नवनिर्मित उच्चस्तरीय पुल का उद्घाटन किया तथा अन्य पथ परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने का सौभाग्य प्राप्त मिला।
आज यह नवनिर्मित पुल आप सभी को समर्पित किया जा रहा है। नया पुल, नई सड़क के निर्माण से आवागमन में आप सभी को… pic.twitter.com/2ljN1LIEkq
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) October 30, 2023

झारखंड के सबसे लंबे पुल को जानिए

नदी का नाम-मयुराक्षी

लागत-198.11 करोड़

पुल की कुल लंबाई-2340 मीटर

एप्रोच सहित लंबाई-2800 मीटर.

चौड़ाई-45 स्पैन में 16 मीटर व 7 स्पैन में 30 मीटर

स्पैन की संख्या- 52

पियर्स की संख्या- 51

कार्य आरंभ-12.02.2018

कार्य समाप्ति-31.03.2023

बनवाने वाला विभाग-स्टेट हाइवे ऑथोरिटी ऑफ झारखंड

दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर होगा पुल का नामकरण

सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने इस महत्वाकांक्षी नवनिर्मित पुल का नामकरण दिशोम गुरु शिबू सोरेन के नाम पर करने का प्रस्ताव दिया है. वे वीर पुरुखों और महान आंदोलनकारियों को सम्मान देते हैं. यही झारखंड की पहचान है. निश्चित रूप से देश के सबसे बड़े आंदोलनकारी के रूप में दिशोम गुरु शिबू सोरेन हम लोगों के बीच में हैं. पुल का नाम दिशोम गुरु के नाम पर करने के लिए सरकारी प्रक्रियाओं को पूरा करते हुए शिलापट्ट लगाया जाएगा.
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज यह नवनिर्मित पुल आप सभी को समर्पित किया जा रहा है. ये झारखंड का सबसे लंबा पुल है. मयुराक्षी नदी पर बना नया पुल, नई सड़क के निर्माण से आवागमन में आप सभी को सुविधा होगी. कृषि, पर्यटन और व्यापार में मजबूती तथा रोजगार सृजन के साथ क्षेत्र के समग्र विकास में यह निर्माण सहायक साबित होगा.

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