★आप सभी को झारखण्ड में निवेश करने हेतु आमंत्रित करता हूँ..हेमन्त सोरेन
★झारखण्ड औद्योगिक और निवेश प्रोत्साहन नीति 2021 से रूबरू हुए उद्योगपति
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★सरकार का लक्ष्य राज्य के पिछड़े स्थानों में औद्योगीकरण का विस्तार करना है
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मुख्यमंत्री श्हेमन्त सोरेन ने कहा कि झारखण्ड में वो सभी आवश्यक एवं मूलभूत सुविधायें मौजूद हैं, जो एक उद्योग की स्थापना के लिये जरुरी होती हैं। झारखण्ड में किसी भी चीज की कमी नहीं है। कमी है, तो बस उन्हें तराशने की, उनका वैल्यू एडीशन करने की। अगर हम अपने राज्य में मौजूद संसाधनों का वैल्यू एडीशन कर पायें तो झारखण्ड को देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में खड़ा कर पायेंगें और इसमें उद्योग जगत के लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वे आज उद्योग विभाग, झारखण्ड सरकार द्वारा ताज पैलेस, नई दिल्ली में आयोजित स्टेकहोल्डर कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे।
कई उद्योगों की शुरुआत का साक्षी रहा झारखण्ड
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मौजूद खनिज संपदा से झारखण्ड की अलग पहचान तो है ही साथ ही यहां स्थापित उद्योगों ने भी झारखण्ड को देश सहित विश्व में भी एक अलग पहचान दिलायी है। कई उद्योगों का उदय झारखण्ड से ही हुआ है। एशिया का सबसे बड़ा स्टील उद्योग झारखण्ड में ही लगा। एच0ई0सी0, टाटा स्टील, बोकारो स्टील प्लांट सहित कई उद्योगो की स्थापना झारखण्ड में ही हुई। पहली बार खाद फर्टिलाईजर फैक्ट्री भी झारखण्ड में ही लगी। सरकार आपको आश्वस्त करती है कि आप झारखण्ड में आयें और उद्योगों की स्थापना करें। सरकार आपके साथ खड़े होकर उद्योगों की स्थापना करने में आपकी मदद करेगी।
कई अन्य सेक्टरों में भी उद्योग की संभावनाओं की तलाश
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड में आने वाले समय में कुछ ऐसी व्यवस्थायें स्थापित की जायेंगी, जिससे झारखण्ड के विकास को एक नई दिशा मिलेगी। समाज के हर तबके को इससे लाभ होगा। माईन्स एवं मिनरल्स सेक्टर तो उद्योगों की स्थापना के लिये तो है ही साथ ही अन्य क्षेत्रों की ओर भी सरकार काम कर रही है। चाहे वो एग्रीकल्चर के क्षेत्र में हो, मोटरवेहिक्ल्स, इलेक्ट्रॉनिक मैनूफैक्चरिंग के क्षेत्र हों या फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में संभावनाएं अपार है। आवश्यकता है, इन्हें बढ़ावा देने की।
स्पोर्टस के क्षेत्र में भी निवेश की संभावना
मुख्यमंत्री ने कहा कि मै नई-नई चीजों पर काम करने पर ज्यादा फोकस करता हूं। हमारे राज्य के युवाओं में कुशलता की कमी नहीं हैं। खेल के क्षेत्र में झारखण्ड के युवा देश-विदेश में परचम लहरा रहें है। झारखण्ड में हॉकी और फुटबॉल के क्षेत्र में भी निवेश किया जा सकता है।
जलमार्ग का भी विकल्प है झारखण्ड के पास
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में जलमार्ग भी सुगम है। बंगाल में हल्दिया पोर्ट भी है जो रांची से मात्र 250 किमी की दूरी पर है। पारादीप है जो 400 किमी और साहेबगंज में गंगा नदी पर निर्माणाधीन पोर्ट है, जो जल्द ही शुरू हो जायेगा। यह रांची से मात्र 350किमी की दूरी पर है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा राज्य में एयर कार्गो के लिए भी जगह चिन्हित किया गया है। राज्य में एयर कार्गो के लिये भी संभावनाएं तलाश की जा रही है और हम इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में किसी चीज की कमी नहीं है। बस थोड़ी इच्छाशक्ति की आवश्यकता है। मैंने जो बंडी पहनी है। यह किसी डिजाइनर ने तैयार नहीं की है, बल्कि हमारे राज्य की महिलाओं ने बनाया है। लेकिन किसी माहिर डिजाईनर की तरह नहीं है। इसे थोड़ा सा और तराशा जाये तो और भी बेहतर हो सकता है। बस हमें इसी इच्छाशक्ति की जरुरत है।
सरकार आपके साथ खड़ी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग जगत के लोगों को संबोधित करते हुये कहा कि आप सभी सुझाव दें और अपने आइडिया शेयर करें। कहीं भी कोई समस्या हो, दिक्कत आये तो बात करें। सरकार आपके साथ खड़ी है। राज्य में उद्योग की स्थापना एवं विकास की ओर हम मिल कर आगे बढ़ेंगे। यहां बिजली, पानी, जमीन, प्राकृतिक संसाधन और मानव संसाधन हैं।
★मैं आपको शीशा दिखाकर हीरा बेचने नहीं आया हूं, हम आपको हीरा साफ-सुथरा करके दिखाना चाहते हैं और पूछना चाहते हैं कि क्या इसकी चमक बढ़ाई जा सकती है…
सुखदेव सिंह, मुख्य सचिव झारखण्ड
मुख्य सचिव ने कहा कि आज झारखण्ड में एक बेहद ही युवा, डायनामिक और संवेदनशील मुख्यमंत्री की अगुवाई में बनी एक बेहद ही मजबूत सरकार है। अपनी डायनामिक नेतृत्व क्षमता के दम पर कोविड19 के दौर में राज्य के मुख्यमंत्री ने देशभर में सबसे बेहतर तरीके से इस महामारी के दौरान राज्यवासियों की सेवा की। बेहद ही संवेदनशील तरीके से अपने लोगों की चिन्ता करते हुए माननीय मुख्यमंत्री ने महामारी के दौरान सुदूरवर्ती क्षेत्रों में फंसे लोगों को हवाई जहाज और ट्रेन से वापस लाया। आज वही मुख्यमंत्री आपके सहयोग की अपेक्षा करते हुए आपके विचारों को सुनने के लिए आपके सामने बैठे हैं। भविष्य में नीतियां किस तरह की हों, किस तरह की इंडस्ट्री पॉलिसी तैयार की जाएं ताकि इन्वेस्टमेंट को बढ़ावा दिया जा सके।
खनिज संपदा से परिपूर्ण है झारखण्ड
मुख्य सचिव ने कहा कि हमारा राज्य एक मिनरल रिच स्टेट है। कोयला, लोहा, यूरेनियम, सोना ये सब हमारे राज्य की संपदा हैं। किंबरलाइट जैसे पत्थर जिनमें हीरा निकलने की संभावना होती है वो गुमला और लोहरदग्गा में पाए गए हैं। ये हमारी ताकत है। आपको भरोसा नहीं होगा कि देश का 36% कोयला संपदा झारखण्ड में है, 90% कोकिंग कोल झारखण्ड में मिलता है। अगर आप लौह अयस्क की बात करेंगे तो मुझे लगता है हम इस क्षेत्र में अग्रणी राज्य झारखण्ड है। आज झारखण्ड में टाटा, बोकारो स्टील, हैवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन जैसी इंडस्ट्री चल रही है। कोई भी इन्वेस्टर अगर मिनरल बेस्ड इंडस्ट्री लगाना चाहते हैं तो हम उनका तहे दिल से स्वागत करते हैं।
नक्सलवाद की समस्या अपने अंतिम चरण में
मुख्य सचिव ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के बारे में बात करें तो हमारा राज्य लगातार सालों से देशभर में 5वें या छठे नंबर पर रहा है। सभी प्रकार के क्लियरेंस ऑनलाइन दिए जाने की सुविधा है। हम इसे और भी बेहतर करने में लगे हैं। इसे एक सिंगल विंडो सिस्टम में तब्दील किया जा रहा है। हमारे राज्य में 33% से ज्यादा भूखण्ड जंगलों से आच्छादित है। हम देशभर में सबसे ज्यादा मात्रा में लाह का उत्पादन करते हैं लेकिन हमारे राज्य में लाह के प्रसंस्करण के लिए कोई सुविधा नहीं है। फूड प्रोसेसिंग यूनिट के लिए भी झारखंड में संभावनाएं है।
उपस्थिति
इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, उद्योग सचिव श्रीमती पूजा सिंघल, रेजिडेंट कमिश्नर झारखण्ड भवन दिल्ली मस्तराम मीणा, निदेशक उद्योग जितेंद्र सिंह व देश के विभिन्न हिस्सों से आये उद्योगपति उपस्थित थे।