चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में घमासान के बीच में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से राजभवन में मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ ही पंजाब के सभी मंत्रियों ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है।
कैप्टन ने क्या कुछ कहा ?
मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि दो महीने में 3 बार दिल्ली बुलाया गया। सुबह सोनिया गांधी से बात कर इस्तीफे की बात बता दी थी। अपने मंत्रियों के साथ मैंने इस्तीफा सौंप दिया है। आलाकमान जिसे चाहे मुख्यमंत्री बना सकता है।
उन्होंने कहा कि भविष्य के लिए विकल्प खुले हुए हैं। हालांकि भाजपा में शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
पंजाब मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रवीन ठुकराल ने बताया कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पंजाब के राज्यपाल से मुलाकात कर उन्हें अपना और अपने मंत्रिपरिषद का इस्तीफा सौंपा।
कैप्टन सांसद पत्नी परनीत कौर व बेटे रणइंदर सिंह के साथ करीब साढ़े चार बजे राजभवन पहुंचे और अपना इस्तीफा राज्यपाल काे सौंपा। कैप्टन के भाजपा में जाने की अटकले हैं। कांग्रेस हाईकमान का रुख देख कैप्टन के करीबियों ने भी उनसे दूरी बना ली है। इससे पहले कई समर्थक विधायक उनसे मिलने उनके सरकारी आवास पर गए थे।
कैप्टन अमरिंदर बोले-CM के तौर पर सिद्धू कबूल नहीं
इधर, इस्तीफे के बाद कैप्टन का बड़ा बयान सामने आया है। कैप्टन ने कहा है कि पंजाब के CM के तौर पर नवजोत सिंह सिद्धू उन्हें कबूल नहीं हैं। पूर्व मुख्यमंत्री ने तंज करते हुए सवाल किया कि जो शख्स एक मंत्रालय न चला सका वो सरकार क्या चलाएगा?
कैप्टन ने की बैठक
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने आवास पर कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में करीब 28 विधायक पहुंचे थे। जिसके बाद उनके बेटे रनिंदर सिंह का भी बयान सामने आया। उन्होंने इस बयान साफ कर दिया कि पिता अमरिंदर अपने पद से इस्तीफा देंगे।
कांग्रेस विधायक थे असंतुष्ट
आपको बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज 40 कांग्रेस विधायकों ने पार्टी अध्यक्षा सोनिया गांधी को पत्र लिखा था।