चाईबासा।झारखंड के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह ने रक्ताल्पता ( अनीमिया) उन्मूलन कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए उपायुक्तों को वीडियो कॉन्फ्रेंस कर कई निर्देश दिए। इस कार्यक्रम में प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग नितिन मदन कुलकर्णी , प्रधान सचिव, ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती आराधना पटनायक तथा निदेशक राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन श्री रविशंकर शुक्ला उपस्थित रहे। अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के सुदृढीकरण हेतु नीति आयोग द्वारा प्रारंभ किए जा रहे विशेष कार्यक्रम के क्रियान्वयन से संबंधित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक का आयोजन किया गया तथा जानकारी दी गयी कि अनीमिया एवं कुपोषण उन्नमूलन हेतु इस विशेष कार्यक्रम का संचालन स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास विभाग एवं समाज कल्याण विभाग के सामंजस्य से 1,000 दिनों तक किया जाएगा।
बैठक के उपरांत उपायुक्त द्वारा बताया गया कि बैठक में मुख्य सचिव द्वारा कई आवश्यक बिंदुओं पर दिशा निर्देश दिए गए जिसके तहत जिला, प्रखंड एवं विद्यालय स्तर पर अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम हेतु नोडल अफसर का चयन किया जाना है जो कार्यक्रम के क्रियान्वयन में सहयोग प्रदान करेंगे । जिला स्तर पर कार्यक्रम के क्रियान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा हेतु जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी का भी गठन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम अंतर्गत लक्षित समूह 6 से 59 माह तक के सभी बच्चों, 5 से 9 वर्ष तक के सभी बच्चों, 10 से 19 वर्ष तक के सभी किशोर-किशोरियों, गर्भवती महिलाएं, धात्री माताएं एवं 19 से 49 वर्ष तक के प्रजनन आयु की महिलाएं शामिल होगीं तथा अनीमिया एवं कुपोषण की दर में कमी लाने हेतु दीदी-वाड़ी कार्यक्रम को बढ़ावा दिया जाएगा तथा इसके साथ ही अनीमिया से बचाव के प्रति मनरेगा कर्मियों को भी जागरूक करते हुए अनीमिया मुक्त भारत पर विस्तृत कार्य योजना तैयार की जानी है।