Chandi,31 March : डायन – बिसाही से प्रताड़ित होने वाली महिलाओं को न्याय दिलाने का बीड़ा उठाने वाली सरायकेला बिरबाँस निवासी पद्मश्री छुटनी महतो को फोन पर धमकी मिली है। स्वयं डायन के नाम पर प्रताड़ित होने के बावजूद संघर्ष कर अन्य प्रताड़ित महिलाओं का सहारा बनने के लिए भारत सरकार की ओर से उन्हें हाल ही में पद्मश्री से सम्मानित किया गया है। उन्हें कथित रूप से सरायकेला खरसवां जिला परिषद उपाध्यक्ष सह आजसू नेता अशोक साव उर्फ माझी साव ने फोन पर धमकी दी है। इस संबंध में पद्मश्री छुटनी महतो ने कहा कि गत रविवार को तिरुलडीह थाना क्षेत्र के कुदा निवासी दुर्गा महतो को गांव के ही रहने वाले टिंकर मुंडा ने ओझा बनकर डायन घोषित कर दिया। गांव के खेमा मुंडा, सीता मुंडा, चन्दना मुंडा तथा टिंकर मुंडा ने मिलकर दुर्गा महतो की जमकर पिटाई कर दी। घायल अवस्था में दुर्गा महतो को एमजीएम जमशेदपुर में भर्ती कराया गया था। हालत गंभीर होने पर उसे रिम्स रेफर किया गया। पद्मश्री छुटनी महतो ने बताया कि इस घटना की जानकारी पीड़िता की बहन ने उन्हें दी तथा मदद मांगी। तब उन्होंने तिरुलडीह पुलिस को फोन पर आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा। छुटनी महतो ने बताया कि रात करीब आठ बजे एक अनजान नंबर से फोन आया था और कहा कि “मैं अशोक साव बोल रहा हूँ आपको क्या परेशानी है? आप क्यों कूदा वाले मामले को लेकर पुलिस को फोन कर रही हैं?” इधर पद्मश्री छुटनी महतो ने कहा कि “मैं छुटनी महतो बोल रही हूं और मैं डायन रिहैबिलिटेशन सेंटर की संचालक हूं, मुझसे मदद मांगी गई है इसलिए मदद कर रही हूं।” तभी उधर से अशोक साव ने कहा कि ऐसे महिला समूह बहुत आए और गए, ऐसे समूह का क्या वेल्यू होता है हमको मत सिखाओ, मैंने भी बहुत महिला समूह का गठन किया है और मीटिंग किया है” इतना सुनने के बाद छुटनी महतो ने फोन काट दिया। छुटनी महतो ने बताया कि उन्हें फोन टेप करना नहीं आता है, अन्यथा वह बातचीत को रिकॉर्ड कर लेती। छुटनी महतो फोन पर मिली धमकी को लेकर एसपी से शिकायत करेगी। अशोक साव ने इसे बेबुनियाद आरोप बताया है। उन्होंने कहा कि फोन पर बातचीत जरूर हुई है लेकिन किसी तरह की धमकी नहीं दी है।