दर्शाए जा रहे रासायनिक गैस रिसाव आपदा से बचाव के सीन
Jamshedpur,24 feb : chemical gas leakage आपदा से बचाव के उपायों पर ज़िला प्रशासन ने आज बिस्टुपुर में मॉक ड्रिल किया. इसके लिए जिंजर होटल से टाटा मुख्य अस्पताल तक के मार्ग को ग्रीन कॉरिडोर के रूप में परिवर्तित किया गया था. इसके लिए जिंजर होटल में ऐसा दृश्य कृत्रिम रूप से दर्शाया गया, जहां के प्रभावित लोगों को बेहतर इलाज के लिए एंबुलेंस के माध्यम से टाटा मुख्य अस्पताल भेजा गया. सबकुछ सच्ची घटना के जैसा दर्शाया गया लेकिन लोगों में अफवाह ना फैले इसके लिए मॉक ड्रिल में शामिल सभी वाहनों में ”मॉक ड्रिल” का पोस्टर बड़े बड़े अक्षरों में लिखकर लगाया गया था. स्वास्थ्यकर्मी व अन्य लोगों की मदद से सभी प्रभावित लोगों को अस्पताल ससमय भेज दिया गया एवं उनका उपचार शुरू किया गया. बिस्टुपुर मेन रोड में यह होने के कारण कर सुरक्षा के दृष्टिकोण से कई मार्गों को बंद तो कई मार्गों की ट्रैफिक डाइवर्ट (परिवर्तित) कर दी गयी थी. इसके लिए बाकायदा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए तथा जिला प्रशासन ने लोगों से अफवाह न फैलाने की अपील की. आरम्भ में शहर में चर्चा उड़ी की टाटा स्टील कंपनी में कोई घटना हो गयी है. स्टेशन क्षेत्र से ही यातायात परिवर्तित कर दिया गया था. इस मोक ड्रिल में टाटा स्टील, एन डी आर एफ, पुलिस व टाटा स्टील सिक्योरिटी के लोग शामिल हुए. गैस रिसाव के खतरे आधुनिक औद्योगिक युग में बहुत बढ़ गए हैं और आये दिन गैस जनित दुर्घटनाएं हो रही है. गैस टैंकर भी पलटने से हादसा हो रहा है. टाटानगर में भी गैस आधारित प्लांट चलते हैं जिनमे सबसे बड़ी स्वयम टाटा स्टील है.