चांडिल। सरायकेला – खरसावां जिले के चौका थाना क्षेत्र में लौह अयस्क की कटिंग का अवैध गोरखधंधा खूब फल फूल रहा है लेकिन किसी तरह की कार्रवाई नहीं होती हैं। विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म पर कई बार ऐसे गौरखधंधे का मामला सामने आ चुका है इसके बावजूद वह अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं, जिनके जिम्मे ऐसे अवैध कारोबार के विरुद्ध कार्रवाई करने का दायित्व है। चौका थाना क्षेत्र में लौह अयस्क की न केवल कटिंग होती हैं बल्कि उसमें मिलावट भी किया जाता हैं।
जानिए कैसे हुआ अवैध कारोबार का भंडाफोड़
चौका थाना क्षेत्र में मुख्य सड़कों के किनारे खुलेआम कोयला तथा लौह आयस्क में मिलावट किया जाता है। इसका खुलासा कांड्रा स्थित एक कंपनी में लौह आयस्क की जांच में कम निम्न ग्रेड निकलने के बाद ट्रक चालक से पूछताछ पर सामने आया है। ट्रक चालक ने मिलावट के इस गौरखधंधे का खुलासा किया और बताया कि किस प्रकार उच्च ग्रेड के लौह आयस्क में मिलावट कर उसे निम्न ग्रेड का किया जाता है। इस प्रकार मिलावट कर लाखों रुपये का हेराफेरी किया जाता है। चौका थाना क्षेत्र में सड़क किनारे इस प्रकार का मिलावट करने का धंधा चलने का खुलासा होने के बाद क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ कि आखिर पुलिस ऐसे कारोबारियों के विरुद्ध कार्रवाई क्यों नहीं करती हैं? स्थानीय लोगों का कहना है कि क्षेत्र में गौरखधंधा करने वालों का हब बन गया है। इसका असर युवा पीढ़ी पर भी पड़ रहा है। युवा पीढ़ी भी गलत तरीके से रुपये कमाने के लिए ऐसे गौरखधंधे के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। बताया जाता हैं कि कांड्रा स्थित अमलगम कंपनी में ओडिशा के बडबिल से उच्च ग्रेड का लौह अयस्क खरीदकर लाया जाता है। लेकिन परिवहन के दौरान लौह अयस्क में मिलावट किया जाता है। इस मिलावट वाले लौह आयस्क को कंपनी में पहुंचाया जाता है। ऐसा कर कंपनी का लाखों रुपये की चोरी कर उसे नुकसान पहुंचाया जा रहा है। इसका खुलासा कंपनी में लौह आयस्क उतारने के पूर्व ग्रेड की जांच करने के दौरान हुआ। कम ग्रेड मिलने पर कंपनी के अधिकारियों ने ट्रक चालक से पूछताछ की। इस दौरान ट्रक चालक ने बताया कि चौका थाना क्षेत्र स्थित सिद्धी विनायक कंपनी के सामने उच्च ग्रेड का लौह अयस्क को उतारकर निम्न और घटिया ग्रेड का लौह अयस्क मिलाया जाता है। उक्त स्थान पर कोयला में भी मिलावट किया जाता है।
चालक का कहना है कि उसके ट्रक मालिक ही ऐसा करवाते हैं। बडबिल से आने के दौरान ट्रक को सीधे चौका पहुंचाया जाता है, जहां मिलावट करने के बाद उसे वापस कांड्रा लाया जाता है। इसके बाद कंपनी के अधिकारियों ने पुलिस और ट्रक चालक के साथ मिलावट किए गए स्थान पर पहुंचे और जांच किया। चौका में मिलावट करने वाले स्थान पर जगह-जगह मिलावट किए जाने वाले सामग्री का ढेर लगा था। जांच के दौरान कंपनी के अधिकारियों ने ट्रक चालक की बातों को सही पाया। कंपनी प्रबंधन इस मामले में कार्रवाई की तैयारी में जुटी हैं। हालांकि, चौका थाना प्रभारी ने बताया कि इस प्रकार का कोई मामला पुलिस की संज्ञान में नहीं आया है। मिलावट होने की जानकारी मिलने पर निश्चित रूप से कार्रवाई की जाएगी। इस बात से स्पष्ट है कि चौका पुलिस की सूचनातंत्र काफी कमजोर पड़ चुकी हैं। या फिर यह माना जाए कि पुलिस की मददगार बनकर क्षेत्र की सूचना देने वाले लोगों को अब पुलिस पर विश्वास नहीं है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि चौका थाना से महज कुछ किलोमीटर की दूरी पर अवैध कारोबार चल रहा है लेकिन पुलिस को ही इसकी जानकारी नहीं है।