– विस्थापितों को कब मिलेगा न्याय?
चांडिल । 24 घंटे से हो रही झमाझम बारिश से चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में जन जीवन अस्त व्यस्त हो गया है। चांडिल डैम रोड समेत कई जगहों पर बड़े बड़े पेड़ गिरने से आवागमन बाधित रहीं। वहीं, कई गांवों में बिजली के पोल भी गिर गए हैं। शाम को बारिश थमने का बाद सड़कों से पेडों को हटाने का काम शुरू हुआ। भारी बारिश के कारण कुछ समय के लिए कई पुल – पुलिया भी डूब गए थे, बाद में बारिश थमने से राहत मिली।
चांडिल डैम का जलस्तर बढ़ने से ईचागढ़ समेत दर्जनभर गांवों में पानी घुस गया है। बताया जाता है कि ईचागढ़, कालीचामदा, मैंसड़ा, बुरुहातू, कुम्हारी समेत कई गांव में पानी घुसने से लोग काफी परेशान हैं। लोग सुरक्षित जगह की तलाश में भटक रहे हैं। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि चांडिल डैम के विस्थापितों को कब न्याय मिलेगा और कौन न्याय दिलाएगा? आखिर हर पार्टी की सरकारें आई और गई, लेकिन विस्थापितों का मसला हल नहीं होने के पीछे क्या वजह है? इससे महत्वपूर्ण बात यह है कि जब विस्थापितों के समस्या का समाधान करने की मंशा स्पष्ट नहीं होती हैं तो फिर चुनाव में बड़े बड़े वायदे और घोषणाओं की झड़ी लगाने का क्या मकसद है। क्या विस्थापित केवल वोट बैंक बनकर रह गया है?
बताया जाता है कि शाम तक चांडिल डैम का जलस्तर 182 मीटर तक पहुंच गया था। डैम का जलस्तर बढ़ने के बाद ईचागढ़ विधानसभा में राजनीति भी शुरू हो गई हैं। जलस्तर बढ़ने की खबर मिलते ही विधायक सविता महतो भी दौड़ी दौड़ी चांडिल डैम पहुंच गई और सोशल मीडिया पर धड़ाधड़ फोटो शेयर कर रही हैं। विधायक रांची में सत्ता पक्ष की बैठक में शामिल होने गई थी, जब डैम में जलस्तर बढ़ने की सूचना मिली तो फौरन आ गई।
इधर, आजसू नेता हरेलाल महतो ने राज्य सरकार और विधायक सविता महतो पर जमकर निशाना साधा है। हरेलाल महतो ने कहा कि मौजूदा राज्य सरकार और विधायक दोनों ने मिलकर चांडिल डैम के विस्थापितों को ठगने का काम किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वयं विस्थापितों के समस्याओं का समाधान करने एवं विस्थापन आयोग गठन करने का वादा किया था लेकिन अब जब विस्थापित डूब रहे हैं तो मौन धारण किए हैं। वहीं, विधायक ने भी विस्थापितों को आश्वासन दिया था कि इस साल डैम का जलस्तर 180 मीटर से अधिक नहीं होगा। इसके बावजूद जलस्तर 182 मीटर तक पहुंचा। विधायक और राज्य सरकार की यह करतूत शर्मनाक है, विस्थापित उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
चांडिल हुआ ब्लैकआउट : बारिश के कारण चांडिल अनुमंडल में बिजली आपूर्ति ठप पड़ गया है। करीब 24 घंटे से अधिक समय होने के बाद भी बिजली बहाल नहीं हुई। घरों के इनवर्टर के चार्ज भी खत्म हो गए हैं, जिससे लोगों को अपने मोबाइल फोन चार्ज करने में भी परेशानी हो रही हैं। हालांकि, बिजली विभाग राहत कार्य में जुटी हैं, क्षतिग्रस्त बिजली के पोल एवं तारों को दुरुस्त करने में लगी हैं। रविवार दोपहर तक बिजली बहाल होने की संभावना है।