चांडिल । हमेशा आम जनता के साथ साथ विशेष रूप3आदिवासी समाज के अगुवा लोगों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले चांडिल थाना प्रभारी शंभु शरण दास ओर वरीय अधिकारियों की गाज गिर गई। सोमवार को सोशल मीडिया पर जोर- शोर से चांडिल थाना क्षेत्र में अवैध शराब का भंडारण करने वाले कारोबारियों को संरक्षण देने और अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के आरोप में कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा द्वारा एसडीपीओ संजय कुमार की अनुशंसा पर थाना प्रभारी शंभु शरण दास को निलंबित करने की खबरें वायरल हो रही है। हालांकि अबतक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. चांडिल के प्रायः सभी लोग जानते हैं कि थाना प्रभारी शंभु शरण दास आम जनता के साथ साथ विशेष रूप से आदिवासी समाज के अगुवा लोगों से दुर्व्यवहार करने के लिए हमेशा चर्चाओं में बने हुए थे। पंचायत चुनाव से पहले दर्जनों आदिवासी मुखिया, सामाजिक कार्यकर्ता के अलावा मीडिया कर्मियों से भी दुर्व्यवहार किए जाने की अपुष्ट बातें चर्चा में है। सूत्रों से जानकारी मिली है कि गत दिनों चांडिल के घोड़ानेगी में एक सड़क दुर्घटना के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने भी थाना प्रभारी की जमकर पिटाई कर दी थी। बताया जाता है कि दुर्घटना को अंजाम देने वाले हाइवा वाहन मालिक के पक्ष में थाना प्रभारी काम कर रहे थे। एक बच्चे की दुर्घटना के साथ मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने दुर्घटना को अंजाम देने वाले हाइवा को बचाने का प्रयास कर रहे थे कि इसी दौरान ग्रामीणों ने आक्रोश में आकर थाना प्रभारी की जमकर पिटाई कर दी थी। पिटाई के समय थाना प्रभारी सादे कपड़ों में थे।
थाना प्रभारी शंभु शरण दास से पूछे जाने पर कहा कि निलंबित संबंधित कोई जानकारी नहीं है और पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कर्तव्यों का निर्वहन किया है। थाना प्रभारी ने इस तरह के बयान देकर कोल्हान डीआईजी के कार्यशैली पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं। बता दें कि कोल्हान डीआईजी अजय लिंडा के एक्शन में आते ही विभागीय पदाधिकारियों में हड़कंप मच गया है। उन्होंने विभागीय पदाधिकारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाने की अपील की है। बता दें कि योगदान देते ही डीआईजी द्वारा भ्रष्ट अधिकारियों को स्पष्ट संकेत दिया गया था। कुछ दिन पूर्व ही लापरवाही के आरोप में आमदा ओपी प्रभारी चितरंजन कुमार को निलंबित करते हुए डीआईजी ने पदाधिकारियों को साफ संदेश दे दिया था। श्री लिंडा ने फिर से दोहराया है कि जिस थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार होंगे, उस क्षेत्र के थानेदार पर कार्रवाई की जाएगी। सूत्रों के अनुसार और भी कुछ पदाधिकारियों पर करवाई हो सकती है, और शीघ्र ही गाज गिर सकती है।