चांडिल। आगामी 14 मई को झारखंड पंचायत चुनाव के प्रथम चरण का मतदान है। प्रथम चरण में चांडिल अनुमंडल में मतदान है। शांतिपूर्ण ढंग से मतदान संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग एवं स्थानीय प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। वहीं, दूसरी ओर प्रत्याशियों की ओर जबदस्त जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। अनुमंडल पदाधिकारी स्वयं पूरे क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं और मतदान केंद्रों का जायजा ले रहे हैं। इस बीच सोशल मीडिया पर चांडिल बाजार के समस्याओं को लेकर बहस छिड़ी हुई है। सोशल मीडिया के साथ साथ चौक चौराहे पर बीते सात साल के कार्यकाल को लेकर चर्चा चल रही हैं। चांडिल अनुमंडल में कुल छह जिला परिषद सीट पर चुनाव हो रही हैं, जिसमें से अनुमंडल की हृदयस्थल माने जाने वाली चांडिल बाजार इन दिनों चुनावी अखाड़ा बना हुआ है। पूरे अनुमंडल का केंद्र बिंदु होने के कारण यहां के लोग मुद्दों को लेकर मुखर रहते हैं। लेकिन आपसी खींचतान के कारण साधारण नाली सफाई जैसी समस्या का आजतक समाधान नहीं हो पाया है। इस समय जगह जगह सार्वजनिक समस्याओं को लेकर चर्चा हो रही हैं और साथ ही पिछले पंचायत चुनाव से अबतक बीते सात साल में समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आरोप प्रत्यारोप शुरू हो गई हैं।
चांडिल बाजार की बजबजाती नाली, सार्वजनिक शौचालय व साफ सफाई अब चुनावी मुद्दा बना हुआ है। लेकिन सवाल एक ही है कि क्या समस्याएं केवल चुनावी मुद्दे बनकर ही रह जाएंगे? आखिर कब समाधान होगा?
इन दिनों चांडिल बाजार और डैम रोड स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के समीप नालियां बजबजा रही हैं। सड़क पर लोगों का चलना दूभर हो गया है। सड़क पर बह रही गंदा पानी से सांस रोक देने वाली दुर्गंध आ रही हैं। लोग अपना नाक – मुंह ढककर आना जाना कर रहे हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कोल्हान के सबसे बड़े डैम व पर्यटन स्थल चांडिल डैम को जाने वाली सड़क पर बहने वाली गंदा पानी से पूरा चांडिल बाजार शर्मशार है। यहां चांडिल डैम आने वाले पर्यटक चांडिल बाजार की गंदगी से परेशान रहते हैं।
राजनीति करने वालों की कमी नहीं : चांडिल बाजार की नाली सफाई को लेकर राजनीति करने वालों की कमी नहीं है। कई धूर्त नेता हैं जो समय समय पर नाली सफाई के नाम पर राजनीति करते हैं और बड़े बड़े नेताओं से रकम वसूली कर लेते हैं लेकिन समस्या का समाधान नहीं होता है। ऐसे ही रसूखदार के कारण पूरा चांडिल बाजार शर्मशार है।
बात 2019 की है जब ईचागढ़ के पूर्व विधायक स्वर्गीय साधुचरण महतो से भाजपा कार्यकर्ताओं एवं दुकानदारों ने नाली सफाई करवाने का मांग किया था। साफ सफाई को लेकर स्वर्गीय साधुचरण महतो ने बैठक भी किया था और अपने वेतन से लाखों रुपए सफाई के लिए दिए थे। लेकिन शायद स्वर्गीय साधुचरण महतो द्वारा दिए गए उन रुपयों का सदुपयोग नहीं हुआ। जिसके कारण आज भी चांडिल बाजार की नालियां बजबजा रही हैं।