कुकडु प्रखंड के प्राचीन छाता पोखर को भी नौका विहार के लिए किया जायेगा विकसित
चांडिल : चांडिल डैम में नौका विहार के लिए पहुंचे पर्यटक को इस जलाशय में एक आइलैंड का आनंद उठाने का अवसर मिलेगा। नाबार्ड व पर्यटन विभाग जलाशय के बीच स्थित टापु को आईलैंड के रुप में शीघ्र विकसित करेगा। पर्यटन की विकास हेतु नाबार्ड के डीडीएम, चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वाबलंबी सहकारी समिति के सदस्य व विस्थापितों की बैठक आयोजित हुई। इस दौरान कुकडु प्रखंड अंतर्गत प्राचीन छाता पोखर (पुकुर पर्यटन स्थल ) में नौका विहार व दुलमी-दयापुर में पर्यटन स्थल को विकसित करने को लेकर सहमति बनी। इस दौरान विस्थापितों ने अपनी समस्याओं को रखा। नाबार्ड के डीडीएम ने विस्थापितों को नाबार्ड के योजनाओं के तहत जानकारी दिया। साथ ही इस क्षेत्र का विकास किस प्रकार से होगा इसका भी जानकारी दिया गया। एलडीएम बिरेन सीट ने कहा कि इस क्षेत्र में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। यंहा के विस्थापितों को रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर वोटिंग, पेन कल्चर, केज कल्चर आदि के लिए बैंक मदद करेगी।
चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वाबलंबी सहकारी समिति के अध्यक्ष नारायण गोप ने कहा कि इस क्षेत्र को तीन विंदुओ पर विकास किया जा सकता है। जिसमें वोटिंग, केज कल्चर व पिकनिक स्थल के रूप में विकसित किया जा सकता है। इस क्षेत्र से महज दस किमी की दूरी पर पश्चिम बंगाल के अयोध्या पर्वत श्रृंखला स्थित हैं। वंहा बारह महीने हज़ारों की संख्या में पर्यटक आते हैं। अयोध्या पहाड़ से दुलमी-दयापुर नौका विहार अधिक दूर नही होगी। जिस कारण से पश्चिम बंगाल के पर्यटक भी यहां पहुंचेगें। सैलानियों के पहुंचने से यहां के विस्थापित बेरोजगारों को रोजगार प्राप्त होगा। इस अवसर पर बीओआई घोड़ानेगी के शाखा प्रवंधक अंशु लाकड़ा, एग्रीकल्चर विभाग के मनोरंजन कुमार, मिली वर्मा, बासुदेव अदित्यदेव, घनश्याम महतो आदि उपस्थित थे