चांडिल : पर्यटक आइए और उठाइए आनंद – ईचागढ़ में भी अब शुरू हो गई बोटिंग

चांडिल। करीब चार दशक पहले से बन रही चांडिल डैम गुमनामी में रही। लेकिन अब लगता है कि यह एक बड़े पर्यटन स्थल के रूप में पहचान बनाने वाली हैं। यहां भी पर्यटकों की भीड़ उमड़ने वाली है, जिससे क्षेम का विकास होगा। वहीं, स्थानीय युवाओं को भी स्वरोजगार मिलेगा। पर्यटन के बढ़ावा देने के उद्देश्य से चांडिल डैम नौका विहार के बाद अब ईचागढ़ के पातकुम घाट पर भी बोटिंग शुरू की गई। आज चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति के अध्यक्ष नारायण गोप ने इसका विधिवत रूप से बोटिंग का शुभारंभ किया। नारायण गोप ने बताया कि पातकुम घाट से बोटिंग का संचालन चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति द्वारा किया जाएगा। काफी समय से विस्थापितों द्वारा पातकुम घाट से बोटिंग की मांग की जा रही थी। पातकुम घाट से पर वर्तमान में दो बोट उपलब्ध होंगे, वहीं भीड़ बढ़ने पर बोट की संख्या बढ़ाई जाएगी। पर्यटन विभाग ने पहले ही पातकुम घाट को पर्यटन के रूप मे चिन्हित किया है। बोटिंग के माध्यम से इससे क्षेत्र के विस्थापितों को रोजगार मिलेगा। वहीं, पर्यटन बोटिंग का आनंद लेते हुए ईचागढ़ राजबाड़ी, ऐतिहासिक प्राचीन धरोहर से भी परिचित हो सकेंगे। इस मौके पर राखोहरी सिंह मुंडा, दुर्गाचरण रजवार, गिड्डू यादव, सिलु सरना आदि उपस्थित थे।

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