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जमशेदपुर को स्थापित हुये लगभग 100 वर्ष से अधिक हो चुके हैं। जिसे देश के प्रतिष्ठित शहर स्टील सिटी के नाम से भी जाना जाता है और झारखण्ड राज्य की आर्थिक राजधानी के साथ औद्योगिक नगरी भी कहलाती है। लेकिन फिर भी आज इसका समग्र विकास नहीं हो पाया है। इसके लिये अत्यंत आवश्यक है जमशेदपुर में एयरपोर्ट की स्थापना। यह चिंता चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका और मानद महासचिव मानव केडिया ने जाहिर की।
उन्होंने बताया कि झारखण्ड राज्य को राजस्व की सबसे ज्यादा प्राप्ति यहां से होती है। यहाँ लगभग तेरह सौ से अधिक बड़े, मध्यम एवं लघु उद्योग स्थापित है। लेकिन अबतक हवाई अड्डे का निर्माण नहीं हो पाया है। जिसके कारण यहां आने जाने वाले उद्यमियों, व्यापारियों और पेशेवरों को हवाई यात्रा करने हेतु दूसरे शहर रांची या कोलकात्ता जाकर हवाई जहाज पकड़नी पड़ती है जो कि उनके लिये काफी परेशानी और समय की बर्बादी होने वाली स्थिति होती है। इस कारण बड़े औद्योगिक घराने अपने संयंत्र यहां लगाने में अपनी रूचि नहीं दिखा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की ईज आफ डूइंग बिजनेस के लक्ष्य की प्राप्ति के लिये भी एयरपोर्ट अत्यंत आवश्यक है। इसके नहीं रहने के कारण नये निवेशक भी यहाँ निवेश करने से पीछे हटते हैं।
उन्होंने कहा कि झारखण्ड राज्य के अन्य कई जिलों में एयरपोर्ट की स्थापना हो चुकी है अभी हाल ही में बाबा नगरी देवघर में एयरपोर्ट का उद्घाटन और परिचालन शुरू हुआ है। जबकि इसकी आवश्यकता सबसे अधिक जमशेदपुर जैसे शहर को है। एयरपोर्ट की अनुपलब्धता के कारण जमशेदपुर का विकास लगभग ठहर सा गया है।
अगर एयरपोर्ट धालभूमगढ़ मे आता है तो यह झारखंड के साथ-साथ उड़ीसा एवं पश्चिम बंगाल के कई शहरों को लाभान्वित करेगा जैसे जमशेदपुर, घाटशिला, बहरागोङा, खड़गपुर, बालासोर आदि।
एयरपोर्ट के नहीं होने के कारण यहाँ के जनमानस को और भी कई समस्याओं से जूझना पड़ रहा है, जैसे,
1) नये निवेषक नहीं आने के कारण जमषेदपुर में नये व्यवसाय और उद्योगों की स्थापना नहीं हो पा रही है।
2) यहां की युवा पीढ़ी अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद यहां रोजगार, उद्योग और व्यापार नहीं करना चाहते हैं और इसके लिये यहां से युवाओं का पलायन हो रहा है।
3) इससे झारखण्ड राज्य का राजस्व और पूंजी दूसरे राज्यों के विकास में सहायक हो रहे हैं।
4) एयरपोर्ट की अनुपलब्धता की वजह से जमषेदपुर का भविष्य कितना व्यापार एवं उद्योगमय रहेगा – यह चिंतनीय है।
किसी भी शहर या जिला के विकास में उद्योगों की अहम भूमिका होती है। और उद्योग और निवेश को बढ़ावा देने के लिये एयरपोर्ट का होना अत्यंत आवश्यक है इसलिये जमशेदपुर में भी इसके समग्र विकास हेतु एयरपोर्ट का निर्माण अति आवष्यक है। पहले हवाई यात्रा विलासिता की पहचान होती थी लेकिन आज प्रतिस्पर्धा के दौर में समय की कीमत और महत्व को देखते हुये यह यात्रा के लिये आवश्यक साधन हो गया है। इसलिये भी जमशेदपुर में एयरपोर्ट की स्थापना और महत्वपूर्ण हो जाती है।
चैम्बर अध्यक्ष ने जानकारी दी कि सिंहभूम चैम्बर ऑफ काॅमर्स एंड इंडस्ट्री इसके लिये वर्षों से लगातार प्रयत्नशील हैं। चैम्बर ने इसकी स्थापना हेतु देश के माननीय प्रधानमंत्री, राज्य के मुख्यमंत्री, केन्द्रीय उड्डयन मंत्री, स्थानीय मंत्री, स्थानीय सांसद, स्थानीय विधायक एवं संबंधित अन्य विभागों तक लगातार अपनी आवाज पहुंचा रही है और आगे भी इसके निर्माण पूरा होने तक प्रयासरत रहेगी।
चैम्बर अध्यक्ष विजय आनंद मूनका, मानद महासचिव मानव केडिया, उपाध्यक्ष नितेश धूत, दिलीप गोलेच्छा, महेश सोंथालिया, मुकेश मित्तल, सचिव अनिल मोदी, भरत मकानी, पीयूष चैधरी, सांवरमल शर्मा एवं कोषाध्यक्ष किशोर गोलछा ने उम्मीद जाहिर किया कि केन्द्र एवं राज्य सरकार जनभावना का सम्मान करते हुये जमशेदपुर में एयरपोर्ट की निर्माण एवं स्थापना हेतु अविलंब उचित कदम उठायेगी और जमशेदपुर वासियों का यहां एयरपोर्ट का सपना पूरा होगा।