चाकुलिया- चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र एवं ग्रामीण क्षेत्र में डेंगू का कहर जारी है, रोक थाम के लिए अभियान भी जारी है, लेकिन मरीजों की संख्या भी बढ़ रहा है। इस बीच नगर पंचायत स्थित गौड़पाड़ा की एक महिला डेंगू से मौत हो गयी है। बेन्द पंचायत क्षेत्र में डेंगू के मरीज मिले हैं। इस क्षेत्र के डेंगू मरीजों को पश्चिम बंगाल के झारग्राम में इलाज कराया जा रहा है। बताया जाता है कि चाकुलिया में डेंगू मरीजों का उचित इलाज एवं जांच की व्यवस्था नहीं होने से पड़ोसी राज्य पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा में जा कर इलाज करा रहे हैं।
मिली जानकारी के अनुसार नगर पंचायत क्षेत्र के गौड़पाड़ा निवासी राधा रमण पोलाई की पत्नी 35 वर्षीय मंदाकिनी पोलाई की ओडिशा के भुवनेश्वर में एक अस्पताल में इलाज के दौरान कल मौत हो गयी है। आज सुबह पार्थिव शरीर चाकुलिया पहुंची। इस खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ीं है। लोगों में दहशत व्याप्त है। परिजनों से मिले जानकारी के अनुसार मंदाकिनी पोलाई को 15 अगस्त को तबियत बिगड़ी थी । स्थिति बिगाड़ते देख परिजन पहले झारग्राम में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहां स्थिति में सुधार नहीं होने से ओडिशा के कटक ले जाया गया। वहां भी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ तो भुवनेश्वर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान कल गुरूवार को शाम मौत हो गयी। इधर, बेन्द पंचायत के बेन्द गांव की वार्ड सदस्य श्रीमति साव भी डेंगू से पीड़ित हैं। इसका इलाज झारग्राम के एक नर्सिंग होम में इलाजरत है। इसके अलावे जगन्नाथपुरी गांव में भी डेंगू का मरीज मिले हैं, जिसका इलाज झारग्राम में हो रही है। वर्तमान चाकुलिया में डेंगू के दर्जन भर मरीज मिले हैं। समुचित इलाज के लिए यहाँ कोई व्यवस्था नहीं है। प्रशासन के द्वारा डेंगू फैलने के बाद नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में छिड़काव का का किया जा रहा हैं। लोगों का कहना है कि चाकुलिया क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप अत्यधिक है । साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं है। पहले सरकार द्वारा बरसात के पूर्व नगर या ग्रामीण क्षेत्र में डीडीटी का छिड़काव होता था । लेकिन पिछले कई वर्षो से डीडीटी का छिड़काव का काम बंद हैं। डीडीटी छिड़काव करने वाले कर्मचारी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं।