Chakradharpur,17 July : सत्ता पक्ष से झामुमो विधायक सुखराम उरांव ने विद्युत विभाग के क्रियाकलापों के विरोध में 20 जुलाई से विद्युत विभाग में अनशन करने की चेतावनी दी है।. आज शाम संवाददाताओं से बातें करते हुए विधायक श्री उरांव ने कहा कि बिजली विभाग के अधिकारियों की लापरवाह कार्य प्रणाली, झूठ बयानबाजी और उमस भरी गर्मी में भी अनियमित विद्युत आपूर्ति में सुधार नहीं करने आदि जन समस्याओं को लेकर सत्याग्रह करेंगे. उन्होंने कहा कि चक्रधरपुर शहरी क्षेत्र में लगभाग 20 घंटे और ग्रामीण क्षेत्र में 3 से 4 घंटे ही बिजली आपूर्ति की जा रही है. चक्रधरपुर विधानसभा क्षेत्र विशेष तौर पर ग्रामीण क्षेत्र इन दिनों बिजली समस्या से जूझ रहा है. लोग परेशान हैं. विद्यार्थी समेत हर वर्ग मुसीबत झेल रहा है. लोग रात जाग-जाग कर काट रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में लोग पेड़ों के नीचे रात गुजार रहे हैं. इतने सवाल जनता की ओर से मेरे पास आ रहे हैं कि मैं कुछ बोल नहीं पाता। जब भी विभागीय अधिकारियों से इस संदर्भ में जानकारी लेता हूं तो गलत और झूठी जानकारी दी जाती है. विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता चाईबासा में रहते हैं, उन्हें चक्रधरपुर से कोई लेना देना नहीं है. सहायक विद्युत अभियंता टाल मटोल वाला जवाब देते हैं. जब भी उनसे बिजली नहीं होने का कारण पूछा जाता है, कहते हैं केपीएस के पीछे फॉल्ट है. बार-बार एक ही जवाब पर जब एक दिन जांच कराया तो बात झूठी निकली. कहीं भी कोई फॉल्ट नहीं था. जनप्रतिनिधि को भी अधिकारियों द्वारा गलत जानकारी दी जाती है. विभाग कहता है 7 से 8 मेगावाट ही बिजली आपूर्ति हो रही है जिसमें 4 से पांच मेगावाट शहरी क्षेत्र को दिया जा रहा है. इसलिए ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति कम हो पा रही है. विधायक के मुताबिक चक्रधरपुर अनुमंडल पदाधिकारी को सूचना देकर भूख हड़ताल की शुरुआत की जाएगी. यह निर्णय मजबूर हो कर लिया गया है. वह कहते हैं हमें पता है कि हमारी सरकार है और हम सत्ता पक्ष के विधायक हैं. लेकिन सरकार को बदनाम करने वाले अफसर और विभाग के खिलाफ मैं खड़ा हूं. मेरे लिए जनता सर्वपरि है और जनता के लिए मैं किसी भी हद तक जा सकता हूं.
विद्युत विभाग को 2 दिनों का समय है. रविवार और सोमवार तक यदि विद्युत आपूर्ति नियमित नहीं होती है तो मंगलवार को 11:00 बजे से विद्युत कार्यालय में मेरा अनशन शुरू हो जाएगा। यह निजी निर्णय है। इसमें जो लोग साथ देंगे उनका स्वागत है.
उन्होंने कहा कि मेरा अनशन सरकार के खिलाफ हो सकता है, लेकिन इसकी गंभीरता को समझने की आवश्यकता है. एक विधायक की बात विभाग नहीं सुन रहा. आम जनता परेशान है. उनकी परेशानी को मैं अगर दूर नहीं करूं तो कौन करेगा. विधायक कहते हैं मेरे विधानसभा क्षेत्र में दो ग्रामीण विद्युत ग्रिड बन कर तैयार है. बार-बार पत्र लिखने के बावजूद विभाग इसे चालू करने को तैयार नहीं है. कुरुलिया ग्रिड में ट्रांसमिशन का काम रुका हुआ है. लांडुपोदा ग्रिड में सामग्री सड़ रही हैं. लेकिन उसे चालू करने वाला कोई नहीं है. यह दोनों ग्रिड शुरू कर दिया जाए तो ग्रामीण क्षेत्र की बिजली समस्या का हल हो जाएगा. लेकिन विभाग इस ओर ध्यान ही नहीं दे रहा है.