: गीता प्रेस के अध्यक्ष और धार्मिक पत्रिका कल्याण के संपादक राधेश्याम खेमका का शनिवार दोपहर को निधन हो गया. वह पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे. खेमका का हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. उनके पुत्र राजा राम खेमका ने उन्हें मुखाग्नि दी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है.
बताया जा रहा है कि राधेश्याम खेमका पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहे थे और रविन्द्रपुरी स्थित एक निजी अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. उनके परिवार में पुत्र राजा राम खेमका और पुत्री राज राजेश्वरी चोखानी हैं.
खेमका को देशभर के लोग श्रद्धांजलि दे रहे हैं. राधेश्याम खेमका ने 40 वर्षों से गीता प्रेस में अपनी भूमिका का निर्वाहन करते हुए अनेक धार्मिक पत्रिकाओं का संपादन करने का काम किया. मृदुल वाणी के लिए प्रसिद्ध राधेश्याम खेमका के पिता सीताराम खेमका मूलतः बिहार के मुंगेर जिले के रहने वाले थे तो बाद में वाराणसी आ गये. दो पीढ़ियों से खेमका काशी निवासी रहे.
राधेश्याम खेमका वाराणसी की प्रसिद्ध हस्ती थे जो मारवाड़ी सेवा संघ, मुमुक्षु भवन, श्रीराम लक्ष्मी मारवाड़ी अस्पताल गोदौलिया, बिड़ला अस्पताल मछोदरी, काशी गोशाला ट्रस्ट से भी जुड़े थे. उनके निधन की खबर पाकर लोग सदमे में हैं. उनके केदार घाट स्थित आवास पर शोक श्रद्धाजंलि देने वालों का तांता कल से ही नजर आ रहा है.
पीएम मोदी ने जताया शोक
पीएम मोदी ने अपने ट्विटर वॉल पर लिखा कि गीता प्रेस के अध्यक्ष और सनातन साहित्य को जन-जन तक पहुंचाने वाले राधेश्याम खेमका जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है. खेमका जी जीवनपर्यंत विभिन्न सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहे। शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम शांति!