पद की लालसा नही मुझे
Jamshedpur,10 Sept : मुझे आज तक कोई पत्र प्राप्त नही हुआ है .आज एक अज्ञात व्यक्ति ने दिखाया है मेरा आवास ।उम्मीद करता हूँ कि कल तख़्त श्री पटना साहिब के जत्थेदार द्वारा लिखा पत्र मुझे मिल जाएगा जो आज मैंने अपने घर पर लगे सीसी टी वी कैमरा में क़ैद तस्वीरों को देखा ।उक्त बातें सीजीपीसी के अध्यक्ष गुरमुख सिंह मुखे ने कही । उन्होंने कहा कि मुझे पद की लालसा नही है ।आज अगर प्रशासन चुनाव कराने की अनुमति दे दे तो मै आज ही चुनाव कमेटी बनाकर पद मुक्त हो जाऊँगा ।
पद पर तो इंदरजीत सिंह सात साल चिपके रहे ।उनके मूह से ये बातें शोभा नही देती कि मै पद पर चिपका रहना चाहता हूँ ।इंदरजीत सिंह सच्चे सिख है तो तीन साल की बजाय सात साल सीजीपीसी के जबरन प्रधान पद पर क्यों बने रहे और सविधान की बड़ी बड़ी बातें करने वाले सरदार शैलेंद्र सिंह सविधान की धज्जियाँ उड़ाकर दो साल के बजाय नो साल अध्यक्ष बने रहे और अठारह लाख रुपये संगत के डकार गये ।संगत इंदरजीत सिंह और शैलेंद्र सिंह का पूरा इतिहास जानती है।