Jamshedpur,4 Aug: कैश कांड, हवाला, पश्चिम बंगाल CID बनाम Delhi Police: निर्वाचित जन प्रतिनिधियों ने झारखंड को एक बार फिर शर्मशार ही नहीं किया, अपितु इस कांड के अनुसंधान में पश्चिम बंगाल CID और Delhi Police के बीच विवाद को जन्म दे दिया है. CID ने दावा किया है कि नयी दिल्ली में एक संदिग्ध आरोपी सिद्धार्थ मजुमदार के ठिकाने पर जब वह howrah CJM द्वारा सर्च warrant लेकर जांच करने गयी तब DCP South West के निर्देश पर दिल्ली पुलिस ने उसे सर्च करने से रोक दिया, अलबत्ता कानूनी ढंग से होने वाले सर्च को क्रियान्वित करने गयी CID टीम को ही detain कर लिया. इसके चलते संदिग्ध आरोपी मह्त्वपूर्ण साक्ष्यों को गायब करने मे सफल होंगे. बंगाल CID ने आगाह किया कि इसकी पूरी जवाबदेही दिल्ली पुलिस के उन अफसरों पर होगी जिन्होंने सर्च को रोका.
CID ने आज कुछ समय पहले ही ट्विटर पर howrah CJM के आदेश से निर्गत search warrant की प्रतिलिपि पोस्ट की है. यह warrant सिद्धार्थ मजुमदार के मोतीबाग ,साउथ चाणक्यपुरी, दिल्ली पर कायम ठिकाने के सर्च के लिए है.
इसके पहले कल पश्चिम बंगाल CID ने दावा किया कि विधायकों के पास बरामद रुपए हवाला के जरिए असम से आए थे. CID ने कल कोलकाता में एक शेयर कारोबारी महेंद्र अग्रवाल के लाल बाजार बीकानेर बिल्डिंग स्थित कार्यालय में छापा मारा जहां से 3,31,700/-रुपये नकद और 250 चांदी के सिक्के ज़ब्त किए. वहाँ हवाला कारोबार चलाने के कुछ सबूत भी मिले. महेंद्र अग्रवाल के बारे में पता चला कि शेयर कारोबार की आड़ में कथित रूप से हवाला का काम करते हैं. CID सूत्रों का कहना है कि पांचला इलाके में विधायकों के पास से जो रुपये मिले थे वह महेंद्र अग्रवाल के उक्त कार्यालय से ही निकले थे जिन्हें एक युवक ने मोटर साइकिल से पांचला पहुंचाया था.
फ़िलहाल विधायकों से CID हिरासत में लगातार पूछताछ चल रही है.