मैं उस समय स्कूल में पढता था। पिताजी AIG (B) हुआ करते थे। एक दिन उन्हें उनके IGP का निर्देश प्राप्त हुआ कि माननीय मुख्यमंत्री के सरकारी आवास से उनका कुछ निजी सामान निकलवाना है। नए मुख्यमंत्री प्रभार ले चुके थे।
एक बड़ी ट्रक को भेजकर इस कार्य को संपन्न करना था। पिताजी ने अपने अधीनस्थ को आदेश दिया और मुख्यमंत्री के आवास पर पुलिस की 3-टनर जाकर खड़ी हो गई। साथ में सामान उठाने के लिए कुछ पुलिसकर्मी भी भेजे गए थे।
ट्रक विधिवत उनके आवास पर पहुँचकर बाहर प्रतीक्षा में खड़ा रहा। शाम को उनका सारा सामान बाहर आया। चंद मिटटी के बर्तनों को 3-टनर में भिजवा कर कार्य संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री जी का नाम – आदरणीय भोला पासवान शास्त्री
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