गुवा संवाददाता।झारखण्ड से सटे ओडिशा के बड़बिल थाना क्षेत्र के बोलानी ओपी अंतर्गत लोसर्दा गांव में बीती रात बाइक सवार चार हथियारबंद अपराधियों ने स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ता लक्ष्मीधर आपट एंव उनकी पत्नी मंजुलता आपट की गोली मारकर हत्या कर दी। अपराधियों ने उनके घर में घुस कर घटना को अंजाम दिया। घटना के दौरान लक्ष्मीधर के नाबालिक पुत्र ने भागकर अपनी जान बचाई। इस दोहरे हत्याकांड से गांव में भारी आक्रोश व दहशत का माहौल है। लक्ष्मीधर आपट के पिता बेनुधर आपट सेल की किरीबुरु खदान में कर्मचारी के पद पर कार्यरत हैं। इससे किरीबुरू के सेलकर्मियों में भी शोक की लहर है।घटना के बाबत लोसर्दा के ग्रामीणों ने बताया कि लक्ष्मीधर आपट अपनी पत्नी मंजुलता आपट के साथ गांव स्थित घर पर ही थे। घर के सामने उनकी राशन की एक दुकान है। सोमवार की रात एक बाइक पर सवार दो अपराधी हथियार लिये पहुंचे और लक्ष्मीधर के घर की बाउंड्री फांद कर अंदर घुसे, जबकि दो हथियारबंद अपराधी बाहर खडे़ थे।अंदर घुसे अपराधियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी और दोनों पति-पत्नी को मौत के घाट उतार दिया। अपराधी उनके नाबालिक पुत्र की भी हत्या करना चाहते थे परंतु वह समझदारी दिखाते हुए मौके से जान बचाकर भागने में सफल रहा।घटना को अंजाम देने के बाद अपराधी घर के अंदर से हथियार लहराते बाहर निकले और बाइक पर सवार होकर फरार हो गये। जबकि दो अन्य सहयोगी अपराधी पैदल ही हथियार लहराते बगल से जंगल के रास्ते फरार हो गये।इधर, दंपती की हत्या किस वजह से की गई यह लोगों की समझ से परे है। सूत्रों के अनुसार मृतक गांव का सबसे अधिक सम्पन्न व पैसे वाला व्यक्ति था।उसने स्वयं के अलावे गांव के अन्य ग्रामीणों की जमीन एक प्राईवेट कंपनी को दिलाई थी। दंपती का उक्त कंपनी के साथ अच्छे संबंध थे। लेकिन इस हत्या के पीछे वास्तविक वजह क्या है वह किसी को पता नहीं चल पा रहा है।ग्रामीण इस घटना से पुरी तरह से भयभीत हैं। बड़बिल पुलिस दोनों मृतक शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। ग्रामीण सभी अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं एंव रात भर जगे हैं।