Bokaro,29 Nov : “जाको राखे साइयां मार सके ना कोय” – उक्ति को चरितार्थ किया बोकारो के अमलाबाद थाना क्षेत्र के तिलाटांड़ के चार लोगो ने जो 4 दिनों से एक ढही चाल में फंसे हुए थे। मौत को मात देते हुए 4 दिनों तक जीवित रहे और बाजुओं की ताकत पर खुद रास्ता बना कर बाहर निकलने में कामयाब हुए। जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम अभी रणनीति बना रही थी की चाल में फंसे इन लोगों कैसे निकाला जाय । अभी माथापच्ची हो ही रही थी कि NDRF की टीम घटना स्थल पर पहुंच कर कैसे बचाव कार्य प्रारंभ करे। अपनी ताकत झोंक इन फसे 4 ग्रामीणों ने स्वयं बाजुओं के बाल पर भरोसा कर मौत को मात दे दिया और आज सुबह 200 फ़ीट जमीन के गर्भ से बाहर निकल आए । अवैध उत्खनन के दौरान ये फंसे थे। अचानक तिलाताड़ ग्राम पहुंच कर परिवार वालों और अन्य लोगो को भौचक कर दिया । इस घटना के बाद परिवार से लेकर पूरे गांव के लोगो में मातम पसरा हुवा था वही इनके सकुशल आ जाने से परिवार से लेकर पूरे गांव में कौतूहल फैल गया।
यह बाते जो भी सुन रहा वह सारे काम छोड़ तिलाताड गांव पहुंच रहा है । उन चारों की एक झलक पाने के लिए लोगो का तांता लगा हुआ है । इन लोगो का कहना था कि उन्हें ज़िंदगी अब तब लग रही थी,लेकिन भगवान ने कहां से इतनी शक्ति और बुद्धि दी हम नहीं समझ पा रहे। वह मान रहे हैं उनका दुबारा जन्म हुआ । चाल में फंसे व्यक्तियों के नाम रमेश रजवार ,लक्ष्मण रजवार,भरत सिंह,रावण रजवार हैं।