:मंगलवार (16 मई) पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले के एगरा में को एक फैक्ट्री में विस्फोट हो गया. जिसमें सात लोगों की मौत हो गई है और कई घायल हैं. पुलिस ने ये जानकारी दी. ये धमाका एक अवैध पटाखा फैक्ट्री में हुआ है. विस्फोट के बाद घटनास्थल से धुएं का गुबार देखा गया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने एगरा ब्लास्ट की एनआईए जांच की मांग की है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि विस्फोट इतना जबर्दस्त था कि जिस आवास में ये फैक्ट्री चल रही थी, वह ढह गया.
उन्होंने कहा कि इस विस्फोट में सात लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य घायल हो गए. विस्फोट एक मकान के अंदर हुआ जहां पटाखे की फैक्ट्री चल रही थी. इस मामले में जांच की जा रही है. घायलों को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया है. पिछले महीने फैक्ट्री में छापा मारा गया था और उसके मालिक के खिलाफ कार्रवाई की गई थी. कार्रवाई के बावजूद यहां पटाखे बनाए जा रहे थे.
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि एगरा में एक घटना घटी, ये उड़ीसा सीमा के पास है. आरोपी व्यक्ति को पहले गिरफ्तार किया गया था. उसके खिलाफ चार्जशीट थी. उन्हें जमानत मिल गई. उसने फिर से अवैध रूप से अपना कारोबार शुरू कर दिया. दो माह पूर्व उस ग्राम पंचायत पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी. इस हादसे में कई लोगों की मौत हो गई. मालिक उड़ीसा भाग गया है. सीआईडी को जांच के आदेश दिए हैं. ये कानून व्यवस्था से जुड़ा नहीं है, यह एक अवैध कारखाना है.
“केंद्रीय जांच से कोई आपत्ति नहीं”
उन्होंने कहा कि हम देख रहे हैं कि इनमें से कितनी अवैध फैक्ट्रियां हैं. हम मृतकों को मुआवजे के तौर पर 2.5 लाख रुपये देंगे. एनआईए-एनआईए चिल्लाने वालों से कोई दिक्कत नहीं है. एनआईए के जरिए न्याय मिलेगा तो मुझे क्यों ऐतराज होगा. हमने अपनी जांच शुरू कर दी है. राजनीति को इससे दूर रखें और पुलिस को अपना काम करने दें. ये राजनीति करने का नहीं बल्कि लोगों की मदद करने का समय है. मुझे किसी केंद्रीय जांच से कोई आपत्ति नहीं है.
बीजेपी ने उठाए सवाल
फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट पर बीजेपी नेता अग्निमित्रा पॉल ने कहा कि पश्चिम बंगाल में उद्योग की बात करें तो बम के कारखाने हर जगह हैं, क्योंकि जब भी ब्लास्ट होता है पहले पता चलता है कि पटाखों के कारखाने में ब्लास्ट हुआ, लेकिन बाद में जब जांच होती है तो पता चलता है कि वह बम बनाने की कोई फैक्ट्री थी और उसके लिंक अल-कायदा जैसे विभिन्न आतंकी संगठन से हैं. इससे पहले हमने मेदिनीपुर, आसनसोल में भी देखा है.
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