जमशेदपुर महानगर भाजपा अध्यक्ष गुंजन यादव के जुबिली पार्क को लेकर दिये बयान के बाद पार्टी की भद्द पिट रही है जब उसके लोग ही अलग विचार जाहिर कर रहे हैं और पार्क खोलने की मांग उठा रहे हैं। जुझारू मानी जाने वाली भाजपा की जिला इकाई के इस बयान से ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी अब जन भावना से दूर हो चली है. ऐसी बयानबाजी पर चर्चा शुरू हो गयी है कि संगठन चलाना कोई बच्चों का खेल नहीं. हाल ही पार्टी के महानगर महामंत्री राकेश सिंह ने पार्टी के निष्कासित नेताओं को लेकर भी विभिन्न समाचार पत्रों के संपादकों को पत्र जारी कर एक ऐसी नसीहत दी थी जो किसी संपादक को कहना उसके काम मे दखल देना है। किसी भी अखबार को उन्होंने कोई पत्र जारी नहीं किया लेकिन व्हाट्सप्प ग्रुप में प्रेस बयान जारी कर अखबारों के संपादकों को नसीहत दी कि वे पार्टी के निष्कासित नेताओं को पूर्व भाजपा नेता न लिखें.
जुबिली पार्क प्रकरण में महानगर अध्यक्ष का बयान चौंकाने वाला था जिसमें पार्क का गेट और आम रास्त को बंद करना सही बताया था। 2019 के विधानसभा चुनाव में पूरे कोल्हान से भाजपा का सूपड़ा साफ हो गया. पहली बार ऐसा हुआ कि भाजपा इस क्षेत्र की 14 में एक भी सीट नहीं जीत पाई. हार जीत का अंतर भी इतना अधिक रहा कि पार्टी दूर तक प्रतिस्पर्धा में नहीं दिखी. ऐसा लगा कि पार्टी संगठन की समझ में आएगा कि चूक कहां हो रही थी . मगर उस हार के बाद से पार्टी संगठन चेता नहीं . पार्टी की पूरी ताकत जमशेदपुर पूर्वी विधायक सरयू राय के खिलाफ लगती दिखाई देती है। विपक्ष की भूमिका में दशकों तक राजनीति करने वाली भाजपा ने कुछ समय सत्ता का स्वाद चखने के बाद अपनी राजनीति की दिशा ही सुविधा भोग राजनीति की ओर मोड़ दी है. ऐसा लगने लगा है कि भाजपा का तेजी से कांग्रेसीकरण हो गया है. कांग्रेस आज पूरे देश मे ‘अप्रासंगिक’ हो गयी है तो इसका यही कारण है कि वह जनभावनाओं के अनुकूल राजनीति भूल गयी थी। कम से कम जमशेदपुर , कोल्हान और झारखंड में भाजपा संगठन भी उसी राह पर निकल पड़ा है.
जुबिली पार्क की सडक़ होकर आवाजाही कोरोना काल से बंद है. अनलॉक की प्रक्रिया में राज्य में तमाम पार्क खोल दिये गये, लेकिन जुबिली पार्क में ताला लटका रहा. जब पार्क खोलने की मांग उठी तो उसे कई पाबंदियों के साथ खोला गया. मामला तब विवाद में आया जब पार्क की मुख्य सडक़ खोद दी गयी. चमकता आईना ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया और विधायक सरयू राय ने भी जन भावना को देखते हुए हस्तक्षेप किया. इतना कुछ होता रहा लेकिन भाजपा संगठन चुप्पी साधे रहा. मुंह खोला भी तो ऐसा बयान आया जो जमशेदपुर के आम लोगों के ही नहीं खुद भाजपा के सदस्यों की भावना के प्रतिकूल है.
भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं धनबाद जिला के प्रभारी अभय सिंह ने खुलकर कहा है कि जन सुविधा की छिनतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अभय सिंह ने जुबिली पार्क के मामले में सरयू राय के प्रयासों का स्वागत किया. उन्होंने सवाल खड़ा किया है कि यदि कोई व्यक्ति सडक़ जाम करता है तो उस पर कानूनी कार्रवाई होती है. यदि कंपनी ने सडक़ बंद कर दिया है तो प्रशासन और सरकार चुप क्यों है ? भाजपा के वरीय नेता सोनारी निवासी अजय श्रीवास्तव ने कहा है कि जमशेदपुर पूर्वी के लोगो को जुबिली पार्क बंद होने से क्या तकलीफ है?. उनका सवाल बेहद महत्वपूर्ण है .साथ ही उन्होंने इशारों इशारों में संगठन को नसीहत भी दी है कि वह जमशेदपुर पूर्वी से बाहर निकलकर पूरे शहर के लोगों के हितों को देखें. जमशेदपुर पश्चिम भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र सिंह ने भी पार्क की मुख्य सडक़ खोले जाने की मांग की है. आज भाजपा भूल रही है कि कंपनी मज़दूरों और शहर के लोगों के हितों की बात से ही भाजपा के पांव जमशेदपुर में जमे थे।
लोगों में यह चर्चा है कि सरयू राय का विरोध करते-करते महानगर भाजपा जनभावना के मुद्दे पर ऐसी बयानबाजी कैसे कर सकती है ? 20 साल से तो लोग उसे ही चुन रहे थे।एक शिकस्त के बाद जनता को ही दुश्मन मान बैठी।
महानगर भाजपा के बयान में पर्यावरण का हवाला दिया गया है. यह हवाला उस शहर में दिया जा रहा है जहां दिन भर शहर के बीचोंबीच भारी वाहनों की आवाजाही होती रहती है और सफेद चूर्ण हवा में उड़ते हैं।
जुबिली पार्क बंद होने से जाम की समस्याओं के अलावे शहर की एक बड़ी आबादी को समय, ईंधन दोने का नुकसान हो रहा है. मानगो के लोगों को अब सर्किट हाउस क्षेत्र जाने आने में करीब चार किलोमीटर अधिक दूरी तक करनी पड़ती है. यही हाल सोनारी, कदमा के लोगों का है. उपायुक्त कार्यालय, एसपी कार्यालय आने में उनका भी समय एवं ईंधन अधिक व्यय होने लगा है. आज ही दिल्ली से मयूर विहार फेज-1 में नवनिर्मित सर्विस लेन, रैंप, लूप और सायकिल ट्रैक का उद्घाटन हुआ इसका उदेश्य पूर्वी दिल्ली से लोगों को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाना है. नोएडा, मयूर विहार फेज-1 और अक्षरधाम के बीच यात्रा करने वालों को एक किलोमीटर अतिरिक्त सफर तय करने से निजाज मिलेगी. एक किलोमीटर सफर कम करने के लिए दिल्ली में करोड़ों रूपये खर्च कर नई सुविधा मुहैया करायी गयी है. लेकिन जमशेदपुर में जुबिली पार्क मार्ग को बंद कर लोगों पर अतिरिक्त दूरी, ईंधन और समय सभी का बोझ लादा जा रहा है.
दिल्ली सरकार के अनुसार इस रैंप और सर्विस रोड से सफर करने पर करीब पांच मिनट का समय बचेगा. इस समय की बचत के कारण लोगों के मैन ऑवर, ईंधन की खपत और कार्बन डायआक्साइड उत्सर्जन के मामले में भारी कमी आएगी. यह सामाजिक और आर्थिक बचत लगभग 11.3 करोड़ रूपये प्रतिवर्ष के बराबर है. सरकार के अनुसार इन रैंप और सर्विस रोड पर यातायात सुचारू और निर्वाध आवागमन से प्रतिदिन कम से कम 2 टन कार्बन डायआक्साइड का उत्सर्जन कम होगा.
जुबिली पार्क की मुख्य सडक़ बंद किये जाने से जमशेदपुर के पर्यावरण पर क्या प्रतिकूल असर पड़ेगा इसका भी आकलन किया जाना चाहिए। शहर की पत्रकार अन्नी अमृता का एक ट्वीट पर्यावरण पर जिला भाजपा के सवाल का जवाब है-वाह …गुंजन यादव जी,कहां तो रोड खुलवाने के लिये आंदोलन करते…. चरणों में गिर गये। अगर पर्यावरण की इतनी चिंता है तो कंपनी ग्रेजुएट कालेज तक आ गयी है। उससे प्रदूषण नहीं फैलता है क्या?अगर कुछ नहीं कर सकते तो चुप रहिए।