बिहार स्पंज आयरन चांडिल आया नटवरलालों ‘Natwarlal’ के हाथ:
करोड़ों का कच्चा माल लेकर देनदारों को कर रहे हैं परेशान
Jamshedpur,16 July : चांडिल स्थित प्रतिष्ठित एवं पुरानी बिहार स्पंज आयरन लि. (BSIL,Chandil)नामक कंपनी ऐसा लगता है कुछ Natwarlal के हाथ पड़ गई है. देश का यह पहला मर्चेंट स्पंज आयरन प्लांट बना जिसकी शुरुआत 1986 में हुई. बताया जाता है कि फिलहाल इस कंपनी को बहुचर्चित मनोज अग्रवाल एवं उनके कुछ भाइयों ने कंपनी के मूल प्रोमोटर श्री Modi से चलाने के लिये लीज पर लिया. यह कंपनी Iron ore (आयरन ओर)और कोयले Coal से स्पंज आयरन बनाती है. लीज पर लेकर इन भाइयों ने ऐसा खेल रचा जिसमें कई लोग कच्चा माल के रुप में लौह अयस्क और कोयला सप्लाई करके बुरी तरह फंस गये हैं. ‘माल महाराज का, मिर्जा खेले होली’ वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए अग्रवाल बंधुओं ने बाजार के सप्लायरों से कच्चा माल लेकर अपना माल बना लिया और जब देनदारों की बारी आई तो उन्हें परेशान करना शुरु कर दिया है. ऐसे असंख्य लोग पैसा पाने के लिये चक्कर काट रहे हैं लेकिन अब उनका न फोन उठ रहा है न उनसे मुलाकात हो रही है. इतना ही नहीं, अब उन्होंने लीज पर लिये इस प्लांट को जमशेदपुर के बहुचर्चित नटवरलालों के हाथ में सौंप दिया है.
इन नटवरलालों का आचरण और गुडविल बाजार में प्राय: सबको पता है. मूल प्रोमोटर श्री Modi को भी यह स्थिति business goodwill के लिये कभी भी घात कर सकती है. आश्चर्य है कि उनके जैसे इतने बड़े कारोबारी ऐसे नटवरलालों के हाथ में कैसे चले गये. कच्चा माल देकर बिहार स्पंज आयरन लि. में फंसे सप्लायर जब पैसा लेने के लिये फोन करते हैं तब उनका फोन नहीं उठता कभी उनकी किस्मत से प्लांट के ऑफिस में किसी अधिकारी से मुलाकात होती भी है तो उन्हें पैसा देना तो दूर, पुलिस का डर दिखाया जाता है कि तुम कुछ नहीं बिगाड़ सकते. फिलहाल ऐसे लोग गोलबंद होकर कालीमाटी रोड साकची स्थित हुंडई के शो-रुम में तालाबंदी करने जैसी कार्रवाई कर दें तो उसदिन श्री Modi के लिये गुडविल बचाना आसान नहीं होगा. विदित हो कि Hyundai Showroom जो मुख्य कलाकार था और जिसने शो-रुम के मूल मालिक को भीखमंगा बना दिया, वही कलाकार बिहार स्पंज आयरन लि. BSIL,Chandil में नटवरलालों का अगुवा बना हुआ है. इसी कलाकार ने होटल अल्कोर Alchor को देह व्यापार immorale tariff जैसे कलंक में फंसाकर लंबे समय तक सील करवाने में रोल अदा किया और अल्कोर के साफ-सुथरा और प्रतिष्ठित मालिक पर उम्र के साठ पार पड़ाव पर गंदे दाग लगवा दिये जिसके चलते उन्हें मुफ्त में जेल तक जाना पड़ा. Hyundai शो रुम में भी ताला इसी नटवरलाल के चलते लगा जिसने शो रूम के मूल मालिक अरुण आहूजा और उनके बेटा प्रतीक की सारी प्रोपर्टी हथिया ली और उधार देनेवालों का पैसा चुकाने से इंकार कर दिया था. Hyundai में तालाबंदी का नतीजा यह निकला कि Hyundai कंपनी ने अपनी साख पर बट्टा लगता देख Hyundai Sakchi Agency को ही कैंसिल कर दिया और उसे नई एजेंसी बहाल करनी पड़ी है और
नए सिरे से Hyundai Showroom को शुरू करने की मशक्कत करनी पड़ रही है. मूल मालिक Ahuja परिवार आज कर्जदारों से मुंह भी नहीं छिपा पा रहा है और सडक़ पर सबसे गालियां खाने से बच भी नहीं पा रहा.
यह Natwarlal gang बिज़ली चोरी, GST ,आयकर के अनेक मामलों में फंसा है. चारित्रिक दोष का सबसे बड़ा दाग तो होटल Alchor मामले में ही सामने आ चुका है.